Saturday 12 October 2019

कविता. ३१७३. हर खयाल को लम्हों कि पहचान।

                                                          हर खयाल को लम्हों कि पहचान।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान अल्फाज देती है आशाओं को किनारों कि लहर नजारे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है नजारों को जज्बातों कि समझ बदलाव देती है कदमों को उम्मीदों कि परख उजाले देती है राहों को अफसानों कि दास्तान दिशाएं देती है आशाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान अंदाज देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ बदलाव देती है आशाओं को जज्बातों कि सरगम धून देती है उजालों को अरमानों कि सौगात सुबह देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अदाओं को अंदाजों कि सोच सहारे देती है सपनों को एहसासों कि परख उजाले देती है दास्तानों को जज्बातों कि समझ इशारे देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान ख्वारीश देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ सपने देती है अदाओं को दास्तानों कि पुकार सहारे देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश तराने देती है अंदाजों को किनारों कि लहर कोशिश देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है नजारों को आशाओं कि तलाश तराने देती है अदाओं को तरानों कि सोच इशारे देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान बदलाव देती है राहों को अफसानों कि तलाश तराने देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है अदाओं को दास्तानों कि पहचान अल्फाज देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सपने देती है अंदाजों को कदमों कि आहट अरमान देती है कदमों को अफसानों कि समझ उम्मीद देती है उजालों को अंदाजों कि सुबह इशारे देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान दास्तान देती है आवाजों को जज्बातों कि समझ उमंग देती है अदाओं को किनारों कि लहर सपने देती है दिशाओं को कदमों कि सौगात परख देती है एहसासों को अरमानों कि समझ बदलाव देती है राहों को अफसानों कि समझ उम्मीद देती है आशाओं को किनारों कि लहर सपने देती है किनारों को नजारों कि समझ इशारे देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान किनारे देती है लहरों को अरमानों कि तलाश सहारे देती है आशाओं को एहसासों कि सोच सपने देती है कदमों को अरमानों कि सरगम पुकार देती है दिशाओं को सपनों कि राह उजाले देती है आशाओं को जज्बातों कि परख पुकार देती है नजारों को अरमानों कि सोच सपने देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश इशारे देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान लहरे देती है नजारों को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती उम्मीदों को आशाओं कि पहचान अल्फाज देती है राहों को जज्बातों कि लहर सपने देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ उम्मीद देती है आशाओं को अंदाजों कि कोशिश अफसाने देती है एहसासों को अंदाजों कि सोच इशारे देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान बदलाव देती है अफसानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दास्तानों को अंदाजों कि आहट राह देती जज्बातों कि समझ के तराने को परख देती है अरमानों को आशाओं कि सुबह नजारे देती है अफसानों को किनारों कि लहर सपने देती है राहों को आवाजों कि लहर सपने देती है एहसासों को कदमों कि अहमियत इशारे देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान दास्तान देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सपने देती है एहसासों को अरमानों कि मुस्कान पुकार देती है अदाओं कि तलाश के आवाजों को धून देती है कदमों को उम्मीदों कि परख उजाले देती है दिशाओं को अल्फाजों कि आहट पुकार देती है अंदाजों को कदमों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को जज्बातों कि अहमियत इशारे देती है।
हर खयाल को लम्हों कि पहचान उम्मीद देती है उजालों को अरमानों कि लहर अल्फाज देती है दिशाओं को अफसानों कि तलाश तराने देती है कदमों कि आहट के उजालों को आस देती है अदाओं को नजारों कि समझ उमंग देती है आशाओं को दिशाओं कि तलाश सहारे देती है अरमानों को जज्बातों कि सोच सपने देती है दास्तानों को अंदाजों कि अहमियत इशारे देती है।

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