Wednesday 9 October 2019

कविता. ३१६८. नजारों मे किसी एहसास कि झलक।

                                                             नजारों मे किसी एहसास कि झलक।
नजारों मे किसी एहसास कि झलक इशारे देती है दास्तानों को अरमानों कि सौगात राहे देती है कदमों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है अंदाजों को किनारों कि लहर जज्बात कि कोशिश देती है अदाओं को तरानों कि सरगम धून देती है आशाओं को खयालों कि पहचान अल्फाज देती है इशारों को दास्तानों कि समझ उम्मीद देती है कदमों को आशाओं कि सौगात परख देती है।
नजारों मे किसी एहसास कि झलक तराने देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है सपनों को आशाओं कि सौगात सहारे देती है रोशनी को बदलावों कि कोशिश अदाएं देती है दास्तानों को अंदाजों कि पुकार तराने देती है अदाओं को आशाओं कि तलाश इशारे देती है किनारों को एहसासों कि सोच पहचान देती है दिशाओं को अरमानों कि सौगात परख देती है।
नजारों मे किसी एहसास कि झलक सपने देती है अदाओं को दास्तानों कि सुबह इशारे देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश तराने देती है राहों को अफसानों कि पुकार सपने देती है कदमों को आशाओं कि सोच पहचान देती है अंदाजों कि जज्बातों कि समझ उम्मीदे देती है उजालों को अल्फाजों कि रोशनी नजारे देती है अफसानों को तरानों कि सौगात परख देती है।
नजारों मे किसी एहसास कि झलक कोशिश देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच इरादे देती है आवाजों को अंदाजों कि राह रोशनी देती है दास्तानों को अरमानों कि समझ उमंग देती है अदाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दिशाओं को आशाओं कि तलाश सहारे देती है तरानों को अंदाजों कि सोच सपने देती है दास्तानों को कदमों कि समझ परख देती है।
नजारों मे किसी एहसास कि झलक दास्तान देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ उमंग देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ उम्मीद देती है कोशिश को दास्तानों कि सुबह इशारे देती है तरानों को बदलावों कि परख उजाले देती है राहों को अफसानों कि तलाश सहारे देती है अदाओं को किनारों कि लहर परख देती है।
नजारों मे किसी एहसास कि झलक तराने देती है आशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश तराने देती है किनारों को एहसासों कि सोच सपने देती है आवाजों को अंदाजों कि सोच पहचान देती है कदमों को आशाओं कि समझ उमंग देती है जज्बातों को अरमानों कि आस पुकार देती है अंदाजों को राहों कि समझ परख देती है।
नजारों मे किसी एहसास कि झलक अरमान देती है दिशाओं को जज्बातों कि पुकार सपने देती है कदमों को आशाओं कि समझ उम्मीद देती है आवाजों को तरानों कि समझ उमंग देती है अदाओं को दिशाओं कि सरगम धून देती है दास्तानों को अरमानों कि उम्मीद तलाश देती है आशाओं को राहों कि लहर इशारे देती है अफसानों को एहसास कि परख देती है।
नजारों मे किसी एहसास कि झलक इशारे देती है अदाओं को किनारों कि पहचान सहारे देती है आवाजों को खयालों कि कोशिश अफसाने देती है दिशाओं को कदमों कि आहट राह देती है दास्तानों को जज्बातों कि तलाश लम्हे देती है किनारों को एहसासों कि सोच सपने देती है अदाओं को किनारों कि समझ उमंग देती है अंदाजों को कदमों कि परख देती है।
नजारों मे किसी एहसास कि झलक अरमान देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अंदाजों को किनारों कि लहर एहसास देती है आवाजों को खयालों कि पहचान इशारे देती है अदाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अफसानों को तरानों कि सुबह आवाज देती है अल्फाजों को दिशाओं कि सरगम धून देती है आशाओं को राहों कि परख देती है।
नजारों मे किसी एहसास कि झलक पुकार देती है अदाओं को लम्हों कि ख्वारीश तलाश देती है अफसानों को तरानों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को कदमों कि आहट कोशिश देती है दास्तानों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है उजालों को अरमानों कि समझ उमंग देती है राहों को अफसानों कि तलाश इशारे देती है दिशाओं को जज्बातों एहसासों कि परख देती है।

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