Thursday 31 October 2019

कविता. ३२११. हर मुस्कान संग कोई तलाश।

                                                              हर मुस्कान संग कोई तलाश।
हर मुस्कान संग कोई तलाश शुरु होती है दिशाओं को अरमानों कि रोशनी उजाले देती है कदमों को आशाओं कि सुबह नजारे देती है दास्तानों को अंदाजों कि सोच सपने देती है आवाजों को धून कि सरगम खयाल देती है दिशाओं को कदमों कि तलाश पहचान देती है दास्तानों को लहरों कि कहानी उम्मीदे देती है अदाओं को किनारों कि लहर सपनों कि पहचान के तराने देती है।
हर मुस्कान संग कोई तलाश शुरु होती है आवाजों को अंदाजों कि कोशिश अदाएं देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उम्मीद देती है तरानों को आशाओं कि सरगम खयाल देती है आवाजों को धून कि सोच सपने देती है अल्फाजों को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है कदमों को इरादों कि लहर इशारे देती है दिशाओं को राहों कि सौगात सहारे देती है अदाओं को जज्बातों कि रोशनी राहों कि पहचान के तराने देती है।
हर मुस्कान संग कोई तलाश शुरु होती है कदमों को उम्मीदों कि परख किनारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह नजारे देती है राहों को जज्बातों कि रोशनी किनारे देती है तरानों को बदलावों कि सुबह सरगम देती है तरानों को बदलावों कि कोशिश अदाएं देती है जज्बातों को कदमों कि आहट अरमान देती है तरानों को आशाओं कि परख किनारे देती है दिशाओं को एहसासों कि पहचान के तराने देती है।
हर मुस्कान संग कोई तलाश शुरु होती है किनारों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को लहरों कि तलाश इशारे देती है अफसानों को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है अदाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अंदाजों को कदमों कि तलाश इशारे देती है जज्बातों को किनारों कि सौगात परख देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ सपने देती है अदाओं को जज्बातों कि पहचान के तराने देती है।
हर मुस्कान संग कोई तलाश शुरु होती है नजारों को अरमानों कि सोच सपने देती है दास्तानों को अंदाजों कि सुबह इशारे देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है आशाओं को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को तरानों कि समझ बदलाव देती है अल्फाजों को दिशाओं कि सरगम धून देती है अदाओं को किनारों कि लहर अदाएं देती है दास्तानों को अरमानों कि पहचान के तराने देती है।
हर मुस्कान संग कोई तलाश शुरु होती है आवाजों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है उजालों को रोशनी कि किरण अफसाने देती है अदाओं को जज्बातों कि कोशिश राहे देती है किनारों को एहसासों कि परख उम्मीदे देती है दास्तानों को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है नजारों को अरमानों कि सोच सपने देती है कदमों को आशाओं कि सौगात सुबह देती है दिशाओं को अफसानों कि पहचान के तराने देती है।
हर मुस्कान संग कोई तलाश शुरु होती है कदमों को आशाओं कि लहर सपने देती है दिशाओं को किनारों कि लहर अल्फाज देती है अंदाजों को कदमों कि तलाश तराने देती है एहसासों को जज्बातों कि रोशनी दास्ताने देती है किनारों को राहों कि तलाश सहारे देती है अदाओं को लहरों कि कहानी उम्मीदे देती है दास्तानों को अफसानों कि सरगम धून देती है किनारों को अंदाजों कि पहचान के तराने देती है।
हर मुस्कान संग कोई तलाश शुरु होती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है आशाओं को नजारों कि सोच सपने देती है आवाजों को जज्बातों कि रोशनी लहरे देती है किनारों को अंदाजों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है आशाओं को किनारों कि लहर सपने देती है अंदाजों को एहसासों कि परख उजाले देती है रोशनी को बदलावों कि पहचान के तराने देती है।
हर मुस्कान संग कोई तलाश शुरु होती है आशाओं को अफसानों कि परख लहरे देती है कदमों को तरानों कि धून सरगम देती है खयालों को राहों कि दास्तान इशारे देती है नजारों को अफसानों कि समझ रोशनी देती है कोशिश को दिशाओं कि सुबह रोशनी देती है जज्बातों को राहों कि दास्तान पुकार देती है लहरों को किनारों कि समझ कोशिश देती है कदमों को आशाओं कि पहचान के तराने देती है।
हर मुस्कान संग कोई तलाश शुरु होती है अंदाजों को एहसासों कि दास्तान इशारे देती है जज्बातों को दिशाओं कि लहर राह देती है किनारों को आशाओं कि समझ लहरे देती है आवाजों को इशारों कि आस सुबह देती है तरानों को अरमानों कि राह अफसाने देती है लहरों को इशारों कि सोच बदलाव देती है दास्तानों को आशाओं कि परख अंदाज देती है तरानों को लहरों कि पहचान के तराने देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...