Tuesday 29 October 2019

कविता. ३२०७. हर पुकार को कोशिश कि पहचान।

                                                            हर पुकार को कोशिश कि पहचान।
हर पुकार को कोशिश कि पहचान सहारे देती है कदमों को आशाओं कि सोच किनारे देती है दिशाओं को अरमानों कि परख उजाले देती है राहों को अफसानों कि सरगम इशारे देती है दिशाओं को जज्बातों कि रोशनी सहारे देती है किनारों को एहसासों कि परख उम्मीदे देती है आशाओं को अरमानों कि समझ बदलाव देती है राहों को अंदाजों कि सोच इशारे देती है दिशाओं को किनारे देती है।
हर पुकार को कोशिश कि पहचान अल्फाज देती है आवाजों को सरगम लहरे देती है इशारों को जज्बातों कि रोशनी किनारे देती है तरानों को बदलावों कि सोच सपने देती है दास्तानों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है कोशिश को जज्बातों कि समझ उमंग देती है अरमानों को आशाओं कि सोच सपने देती है कदमों को जज्बातों कि रोशनी उम्मीदे देती है दास्तानों को किनारे देती है।
हर पुकार को कोशिश कि पहचान इशारे देती है अदाओं को अरमानों कि राह देती है कदमों को उम्मीदों कि परख अहमियत देती है किनारों को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है अल्फाजों को एहसासों कि सोच सपने देती है कदमों को आशाओं कि परख उजाले देती है दिशाओं को राहों कि समझ बदलाव देती है लहरों को अरमानों कि सोच सपने देती है अंदाजों को किनारे देती है।
हर पुकार को कोशिश कि पहचान आस देती है दिशाओं को जज्बातों कि रोशनी देती है दास्तानों को अरमानों कि सोच सपने देती है अदाओं को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है कदमों को आशाओं कि समझ सहारे देती है सपनों को एहसासों कि लहर इशारे देती है कोशिश को जज्बातों कि रोशनी उमंग देती है दास्तानों को अदाओं कि तलाश तराने देती है दिशाओं को किनारे देती है।
हर पुकार को कोशिश कि पहचान इरादे देती है कदमों को उम्मीदों कि समझ देती है दिशाओं को अफसानों कि तलाश तराने देती है आशाओं को किनारों कि लहर सपने देती है दिशाओं को जज्बातों कि रोशनी लहरे देती है नजारों को अंदाजों कि तलाश सहारे देती है किनारों को एहसासों कि परख उजाले देती है राहों को अफसानों कि सुबह नजारे देती है बदलावों को किनारे देती है।
हर पुकार को कोशिश कि पहचान अल्फाज देती है दिशाओं को जज्बातों कि रोशनी देती है अदाओं को कदमों कि आहट समझ देती है राहों को अफसानों कि सोच लहरे देती है किनारों को जज्बातों कि रोशनी सौगात देती है राहों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है राहों को कदमों कि आहट राह देती है आशाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है अदाओं को किनारे देती है।
हर पुकार को कोशिश कि पहचान लहर देती है तरानों को बदलावों कि कोशिश अफसाने देती है दिशाओं को जज्बातों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को अंदाजों कि सोच सुबह देती है कदमों को आशाओं कि परख उम्मीदे देती है अल्फाजों को दिशाओं कि सरगम धून देती है अंदाजों को तरानों कि समझ उम्मीद देती है दास्तानों को राहों कि तलाश तराने देती है एहसासों को किनारे देती है।
हर पुकार को कोशिश कि पहचान दास्ताने देती है राहों को अफसानों कि तलाश इशारे देती है नजारों को अरमानों कि सुबह नजारे देती है आशाओं को लहरों कि रोशनी तराने देती है जज्बातों को कदमों कि आहट अफसाने देती है किनारों को एहसासों कि सोच सहारे देती है सपनों को अदाओं कि तलाश तराने देती है दिशाओं को कदमों कि आहट राह देती है दास्तानों को किनारे देती है।
हर पुकार को कोशिश कि पहचान इशारे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ उमंग देती है अंदाजों को कदमों कि आहट अरमान देती है किनारों को एहसासों कि सोच सपने देती है आवाजों को जज्बातों कि रोशनी सुबह देती है आशाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है राहों को नजारों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को किनारे देती है।
हर पुकार को कोशिश कि पहचान अल्फाज देती है दास्तानों को अंदाजों कि सोच सपने देती है दिशाओं को कदमों कि आहट एहसास देती है राहों को अफसानों कि सोच सहारे देती है नजारों को अरमानों कि समझ तलाश देती है अदाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को दिशाओं कि सरगम धून देती है अल्फाजों को अंदाजों कि सोच सपने देती है नजारों को किनारे देती है।

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