Tuesday 1 October 2019

कविता. ३१५२. हर लम्हा कोई जज्बातों कि समझ।

                                                        हर लम्हा कोई जज्बातों कि समझ।
हर लम्हा कोई जज्बातों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को अरमानों कि समझ उमंग देती है उजालों को अंदाजों कि रोशनी किनारे देती है नजारों को अदाओं कि कोशिश अफसाने देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दास्तानों को जज्बातों कि सुबह नजारे देती है दिशाओं को आशाओं कि परख रोशनी देती है कदमों को आशाओं कि लहर सपने देती है।
हर लम्हा कोई जज्बातों कि समझ उम्मीद देती है दिशाओं को अफसानों कि तलाश तराने देती है नजारों को अरमानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को कदमों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को अंदाजों कि लहर सपने देती है अल्फाजों को अंदाजों कि परख उजाले देती है रोशनी को बदलावों कि समझ उमंग देती है अफसानों को किनारों कि लहर सपने देती है।
हर लम्हा कोई जज्बातों कि समझ उमंग देती है अदाओं को किनारों कि लहर अल्फाज देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अरमान देती है दास्तानों को आशाओं कि परख उम्मीदे देती है दिशाओं को अफसानों कि तलाश तराने देती है राहों को अफसानों कि रोशनी उम्मीदे देती है कदमों को आशाओं कि परख उजाले देती है अदाओं को अंदाजों कि सोच सपने देती है।
हर लम्हा कोई जज्बातों कि समझ तलाश देती है नजारों को अंदाजों कि सुबह रोशनी देती है अदाओं को दास्तानों कि परख किनारे देती है अदाओं को अंदाजों कि समझ उमंग देती है जज्बातों को अरमानों कि लहर इशारे देती है आशाओं को कोशिश कि परख उजाले देती है दिशाओं को उम्मीदों कि समझ लहरे देती है दिशाओं को अरमानों कि राह सपने देती है।
हर लम्हा कोई जज्बातों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच उजाले देती है तरानों को बदलावों कि समझ दास्ताने देती है नजारों को कोशिश कि परख उम्मीदे देती है अदाओं को किनारों कि लहर अल्फाज देती है अंदाजों को तरानों कि सोच सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अल्फाजों को अंदाजों कि तलाश सपने देती है।
हर लम्हा कोई जज्बातों कि समझ बदलाव देती है उजालों को अंदाजों कि सुबह नजारे देती है अदाओं को किनारों कि लहर अल्फाज देती है दिशाओं को आशाओं कि परख लहरे देती है आशाओं को जज्बातों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अदाओं को किनारों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सपने देती है।
हर लम्हा कोई जज्बातों कि समझ तराने देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ उमंग देती है आशाओं को तरानों कि परख उम्मीदे देती है दिशाओं को लहरों कि कहानी उजाले देती है अदाओं को किनारों कि समझ तलाश देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ लहर देती है दिशाओं को अरमानों कि परख उजाले देती है दास्तानों को एहसासों कि कोशिश सपने देती है।
हर लम्हा कोई जज्बातों कि समझ लहरे देती है दास्तानों को नजारों कि सोच उजाले देती है दिशाओं को कोशिश कि तलाश तराने देती है अदाओं को किनारों कि परख उम्मीदे देती है राहों को अफसानों कि सोच पहचान देती है कदमों को आशाओं कि सुबह किनारे देती है दास्तानों को एहसासों कि तलाश तराने देती है जज्बातों को अंदाजों कि परख सपने देती है।
हर लम्हा कोई जज्बातों कि समझ दास्ताने देती है अदाओं को तरानों कि समझ उमंग देती है उम्मीदों को आशाओं कि परख उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश तराने देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है नजारों को अरमानों कि सोच पहचान देती है अदाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है आशाओं को कदमों कि राह सपने देती है।
हर लम्हा कोई जज्बातों कि समझ उजाले देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है राहों को अफसानों कि तलाश तराने देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच परख देती है दास्तानों को अंदाजों कि समझ सुबह देती है अदाओं को किनारों कि लहर नजारे देती है अल्फाजों को तरानों कि समझ उमंग देती है राहों को कोशिश कि लहर सपने देती है।

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