Monday 28 September 2020

कविता. ३७७९. कुछ कहने कि कोशिश थी पर।

                                                                  कुछ कहने कि कोशिश थी पर।

कुछ कहने कि कोशिश थी पर बात अधूरी रह जाती है एहसासों को समझ लेने पर तलाश देती है जज्बातों को अरमानों कि उमंग पहचान देती है कदमों को खयालों संग पुकार सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह मुस्कान देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी परख देती है आशाओं से दास्तानों से पुकार देती है।

कुछ कहने कि कोशिश थी पर आस अधूरी रह जाती है आवाजों को परख लेने पर बदलाव देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है इरादों को अरमानों संग बदलाव किनारे देती है रोशनी को अल्फाजों कि परख सौगात देती है जज्बातों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है अंदाजों को खयालों से पुकार देती है।

कुछ कहने कि कोशिश थी पर परख अधूरी रह जाती है अंदाजों को समझ लेने पर पहचान देती है इरादों को अल्फाजों कि उम्मीद तराने देती है किनारों को आशाओं संग लहर तराने देती है नजारों को अफसानों कि कहानी सरगम देती है इरादों को अंदाजों कि रोशनी दास्तान देती है आवाजों को लम्हों से पुकार देती है।

कुछ कहने कि कोशिश थी पर समझ अधूरी रह जाती है जज्बातों को परख लेने पर सरगम देती है तरानों को इशारों कि पहचान सहारे देती है कदमों को खयालों संग पुकार सरगम देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है अफसानों को सपनों कि पहचान मुस्कान देती है अल्फाजों को एहसासों से पुकार देती है।

कुछ कहने कि कोशिश थी पर तलाश अधूरी रह जाती है कदमों को समझ लेने पर बदलाव देती है जज्बातों को सपनों कि सोच नजारे देती है रोशनी को अल्फाजों संग तलाश सहारे देती है अरमानों को खयालों कि अहमियत देती है एहसासों को अल्फाजों कि उमंग पहचान देती है अफसानों को नजारों से पुकार देती है।

कुछ कहने कि कोशिश थी पर उम्मीद अधूरी रह जाती है अरमानों को परख लेने पर रोशनी देती है इरादों को अंदाजों कि सरगम तलाश देती है दास्तानों को अफसानों संग आस किनारे देती है आवाजों को अल्फाजों कि उमंग देती है आशाओं को नजारों कि उम्मीद तराने देती है अरमानों को कदमों से ‌पुकार देती है।

कुछ कहने कि कोशिश थी पर राह अधूरी रह जाती है आवाजों को समझ लेने पर इशारे देती है कदमों को खयालों कि सौगात उजाले देती है इरादों को अरमानों संग आस तराने देती है एहसासों को जज्बातों कि सरगम देती है अंदाजों को लहरों को अफसानों कि कहानी परख देती है आवाजों को सपनों से पुकार देती है।

कुछ कहने कि कोशिश थी पर रोशनी अधूरी रह जाती है जज्बातों को परख लेने पर आस देती है किनारों को आशाओं कि कहानी तलाश देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सौगात देती है दिशाओं को बदलावों कि राह देती है तरानों को अरमानों कि उमंग आस देती है दास्तानों को आशाओं ‌से पुकार देती है।

कुछ कहने कि कोशिश थी पर दास्तान अधूरी रह जाती है एहसासों को समझ लेने पर बदलाव देती है दिशाओं को कदमों कि आस पहचान देती है इरादों को अंदाजों कि रोशनी उमंग देती है अल्फाजों को अंदाजों कि रोशनी देती है अदाओं को किनारों कि सोच सरगम देती है लहरों को अफसानों ‌से पुकार देती है।

कुछ कहने कि कोशिश थी पर सरगम अधूरी रह जाती है आवाजों को परख लेने पर अरमान देती है लहरों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है अदाओं को किनारों कि कहानी आस देती है दास्तानों को आशाओं कि उम्मीद देती है अंदाजों को खयालों कि समझ पहचान देती है कदमों को एहसासों से पुकार देती है।





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