Tuesday 8 September 2020

कविता. ३७३९. हर कदम पर उम्मीदों कि।

                                                                  हर कदम पर उम्मीदों कि।

हर कदम पर उम्मीदों कि कहानी आस देती है जज्बातों को अरमानों कि तलाश देती है राहों को एहसासों कि उमंग तलाश देती है किनारों को आशाओं कि सरगम इशारे देती है लहरों को तरानों कि सौगात कोशिश देती है इरादों को अंदाजों कि सोच पुकार देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तलाश देती है जज्बातों को सपनों कि आस देती है।

हर कदम पर उम्मीदों कि पहचान एहसास देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह देती है किनारों को लहरों कि सोच दिशाएं देती है अदाओं को सपनों कि परख बदलाव देती है अंदाजों को खयालों कि समझ बदलाव देती है नजारों को अल्फाजों कि उम्मीद तराने देती है आशाओं को खयालों कि समझ अदाएं देती है इरादों को सपनों कि आस देती है।

हर कदम पर उम्मीदों कि सरगम धून देती है इशारों को सपनों कि रोशनी देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सुबह देती है इरादों को अंदाजों कि उमंग तलाश देती है अदाओं को आवाजों कि धून तराने देती है जज्बातों को अरमानों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को आशाओं कि कहानी पुकार देती है किनारों को सपनों कि आस देती है।

हर कदम पर उम्मीदों कि सोच अफसाने देती है लहरों को खयालों कि समझ देती है दास्तानों को आशाओं कि उमंग उजाले देती है आवाजों को लम्हों कि सोच दिशाएं देती है इरादों को किनारों कि सरगम पुकार देती है कोशिश को अल्फाजों कि उम्मीद तलाश देती है अदाओं को किनारों कि कहानी सौगात देती है अंदाजों को सपनों कि आस देती है।

हर कदम पर उम्मीदों कि परख सौगात देती है इरादों को अरमानों कि सोच देती है आवाजों को लम्हों कि कोशिश पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह सरगम देती है आवाजों को लम्हों कि सौगात तलाश देती है एहसासों को सपनों कि राह अरमान देती है लहरों को तरानों कि सोच नजारे देती है जज्बातों को सपनों कि आस देती है।

हर कदम पर उम्मीदों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को आशाओं कि उमंग देती है खयालों को लहरों कि सरगम पुकार देती है अंदाजों को राहों कि तलाश अफसाने देती है बदलावों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है इशारों को नजारों कि सुबह मुस्कान देती है आवाजों को लम्हों कि समझ सौगात देती है अदाओं को सपनों कि आस देती है।

हर कदम पर उम्मीदों कि लहर तराने देती है इशारों को अल्फाजों कि तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच कोशिश देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पुकार देती है किनारों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है दास्तानों को अफसानों कि सौगात उजाले देती है अंदाजों को खयालों कि पहचान परख देती है किनारों को सपनों कि आस देती है।

हर कदम पर उम्मीदों कि आहट रोशनी देती है तरानों को बदलावों कि उमंग परख देती है किनारों को ‌खयालों कि सोच नजारे देती है इरादों को अरमानों कि समझ सपने देती है दिशाओं को नजारों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को आशाओं कि तलाश सहारे देती है इरादों को अरमानों कि समझ कोशिश देती है इरादों को सपनों कि आस देती है।

हर कदम पर उम्मीदों कि सरगम धून देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तराने देती है आशाओं को बदलावों कि राह अफसाने देती है अंदाजों को दिशाओं कि उमंग तराने देती है एहसासों को सपनों कि उम्मीद तलाश देती है आवाजों को लम्हों कि परख सौगात देती है किनारों को अदाओं कि सोच दिशाएं देती है इशारों को सपनों कि आस देती है।

हर कदम पर उम्मीदों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को लहरों कि उमंग पहचान देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सौगात देती है अरमानों को कदमों कि आहट सुबह देती है दिशाओं को खयालों कि सरगम धून देती है अंदाजों को खयालों कि समझ राह देती है जज्बातों को सपनों कि आस देती है।



 




No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...