Thursday 10 September 2020

कविता. ३७४४. हर सांस संग एक।

                                                                     हर सांस संग एक।

हर सांस संग एक दर्पण कि छबी निकलती है जो आशाओं कि पहचान को दिशाएं देती है कदमों को खयालों कि कोशिश एहसास देती है इरादों को अरमानों कि सौगात सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तलाश देती है बदलावों को अदाओं से सपनों कि राह उजाले देती है।

हर सांस संग एक दास्तान कि उम्मीद निकलती है जो तरानों कि कहानी को अदाएं देती है लहरों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है आवाजों को लम्हों कि कोशिश पुकार देती है किनारों को आशाओं कि आस पहचान देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है खयालों को किनारों से इशारों कि परख उजाले देती है।

हर सांस संग एक किनारे कि सोच निकलती है जो सपनों कि सुबह को परख देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पुकार देती है कदमों को खयालों कि पहचान अफसाने देती है अंदाजों को राहों कि कोशिश पुकार देती है लहरों को अफसानों कि कोशिश बदलाव देती है इरादों को अरमानों से आवाजों कि धून उजाले देती है।

हर सांस संग एक कोशिश कि लहर निकलती है जो आवाजों कि सरगम को पुकार देती है अदाओं को एहसासों कि समझ रोशनी देती है इरादों को अरमानों कि सुबह मुस्कान देती है अफसानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दिशाओं को तरानों कि राह अफसाने देती है कदमों को अंदाजों से किनारों कि सोच उजाले देती है।

हर सांस संग एक सुबह कि पुकार निकलती है जो नजारों कि सोच को बदलाव देती है तरानों को खयालों कि सोच दिशाएं देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख अरमान देती है इरादों को सपनों कि राह अफसाने देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात अहमियत देती है दिशाओं को खयालों से जज्बातों कि आस उजाले देती है।

हर सांस संग एक आस कि सरगम निकलती है जो तरानों कि राह को अफसाने देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है दास्तानों को आवाजों कि धून तराने देती है कदमों को अंदाजों कि रोशनी आस देती है इरादों को अरमानों कि सरगम पुकार देती है किनारों को लहरों से आवाजों कि धून उजाले देती है।

हर सांस संग एक समझ कि सौगात निकलती है जो सपनों कि सुबह को पहचान देती है कोशिश को अल्फाजों कि लहर बदलाव देती है इरादों को अंदाजों कि रोशनी उमंग देती है खयालों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है लहरों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है कोशिश को सपनों से अंदाजों कि तलाश उजाले देती है।

हर सांस संग एक किनारे कि तलाश निकलती है जो दास्तानों कि उमंग को समझ देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सरगम देती है आशाओं को खयालों कि सौगात पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि सरगम पुकार देती है जज्बातों को अरमानों कि समझ सपने देती है इरादों को अंदाजों से बदलावों कि सोच उजाले देती है।

हर सांस संग एक कोशिश कि धून निकलती है जो जज्बातों कि आस को पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह आस देती है किनारों को राहों कि तलाश अल्फाज देती है अदाओं को किनारों कि समझ एहसास देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच दिशाएं देती है कदमों को आशाओं से तरानों कि आस उजाले देती है।

हर सांस संग एक सुबह कि परख निकलती है जो तरानों कि राह को एहसास देती है अरमानों को तरानों कि पुकार जज्बात देती है खयालों को लहरों कि उम्मीद सपने देती है नजारों को अफसानों कि राह अल्फाज देती है दास्तानों को अंदाजों कि रोशनी उमंग देती है अदाओं को बदलावों से आशाओं कि उम्मीद उजाले देती है।

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