Tuesday 8 September 2020

कविता. ३७४०. एहसासों को सपनों कि सौगात।

                                                        एहसासों को सपनों कि सौगात।

एहसासों को सपनों कि सौगात तलाश देती है खयालों को किनारों कि सोच दिशाएं देती है आशाओं को कदमों कि आहट सहारे देती है लहरों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है कोशिश को जज्बातों कि कहानी सपने देती है तरानों को अरमानों कि समझ बदलाव देती है लहरों को अल्फाजों कि उम्मीद संग रोशनी देती है।

एहसासों को सपनों कि सौगात तराने देती है इरादों को अरमानों कि समझ परख देती है लहरों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है दिशाओं को खयालों कि सोच सरगम देती है कोशिश को अल्फाजों कि उम्मीद परख देती है अंदाजों को अरमानों कि समझ संग रोशनी देती है।

एहसासों को सपनों कि सौगात उजाले देती है जज्बातों को कदमों कि आहट आस देती है इरादों को अंदाजों कि अफसानों से दिशाएं देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पुकार देती है लहरों को तरानों कि‌ अहमियत पहचान देती है आवाजों को लम्हों कि सरगम कोशिश देती है अफसानों को नजारों कि सौगात संग रोशनी देती है।

एहसासों को सपनों कि सौगात उमंग देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद कोशिश देती है दास्तानों को आवाजों कि धून तलाश देती है अंदाजों को राहों कि सरगम किनारे देती है उजालों को कोशिश कि लहर बदलाव देती है दिशाओं को नजारों कि सोच अफसाने देती है आशाओं से दास्तानों को सपनों कि सुबह संग रोशनी देती है।

एहसासों को सपनों कि सौगात तलाश देती है दास्तानों को लहरों कि सुबह मुस्कान देती है उजालों को कोशिश कि सरगम धून देती है इरादों को अरमानों कि सुबह आस देती है आशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है जज्बातों को सपनों कि सरगम मुस्कान देती है अंदाजों से बदलावों को राहों कि तलाश संग रोशनी देती है।

एहसासों को सपनों कि सौगात बदलाव देती है दिशाओं को खयालों कि सोच सरगम देती है आशाओं को दास्तानों कि उम्मीद तलाश देती है आवाजों को लम्हों कि पहचान किनारे देती है उजालों को लहरों कि उमंग परख देती है अंदाजों को अरमानों कि उमंग बदलाव देती है आवाजों को अल्फाजों कि उम्मीद संग रोशनी देती है।

एहसासों को सपनों कि सौगात तराने देती है उजालों को कोशिश कि राह अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच अदाएं देती है कदमों को खयालों कि समझ उजाले देती है ‌इशारों को अल्फाजों कि राह नजारे देती है आशाओं से दिशाओं को किनारों कि कहानी पुकार देती है अफसानों को कदमों कि आहट संग रोशनी देती है।

एहसासों को सपनों कि सौगात उजाले देती है इरादों को अरमानों कि समझ ‌आस देती है दास्तानों को किनारों कि कहानी कोशिश देती है दिशाओं को बदलावों कि उमंग परख देती है आशाओं को तरानों कि आस ‌परख देती है आवाजों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है खयालों से जज्बातों कि सुबह संग रोशनी देती है।

एहसासों को सपनों कि सौगात तलाश देती है कदमों को खयालों कि सुबह मुस्कान देती है नजारों को अरमानों कि उमंग परख देती है आशाओं को किनारों कि सोच पहचान देती है लहरों को कदमों कि आहट सरगम देती है कोशिश को अल्फाजों कि सुबह आस देती है अंदाजों को अफसानों कि उम्मीद संग रोशनी देती है।

एहसासों को सपनों कि सौगात कोशिश देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है जज्बातों को आवाजों कि धून दास्ताने देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है दास्तानों को आशाओं कि कहानी परख देती है अंदाजों को खयालों कि सोच सहारे देती है तरानों को अरमानों कि समझ संग रोशनी देती है।



No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...