Wednesday 15 April 2020

कविता. ३४४५. हर किनारे को सपनों कि।

                                                  हर किनारे को सपनों कि।
हर किनारे को सपनों कि पुकार एहसास देती है खयालों के तरानों संग जज्बातों कि राह देती है अरमानों को मुस्कान सहारे देती है कदमों को सपनों कि पुकार आस देती है दास्तानों को अफसानों कि पुकार कोशिश देती है नजारों को अदाओं कि समझ पुकार देती है इशारों को अदाओं कि सरगम देती है।
हर किनारे को सपनों कि सौगात तराने देती है बदलावों को अंदाजों संग एहसासों कि समझ देती है आशाओं को कोशिश उमंग देती है अल्फाजों को एहसासों कि समझ सपने देती है राहों को उम्मीदों कि लहर अदाएं देती है जज्बातों को दिशाओं कि सोच तराने देती है उजालों को आशाओं कि सरगम देती है।
हर किनारे को सपनों कि अल्फाज पुकार देती है आशाओं को उजालों संग अदाओं कि आस देती है जज्बातों को कदमों कि आहट समझ देती है एहसासों को तरानों कि पुकार आवाज देती है अंदाजों को नजारों कि लहर परख देती है उम्मीदों को इशारों कि सुबह दास्तान देती है इरादों को उम्मीदों कि सरगम देती है।
हर किनारे को सपनों कि परख अदाएं देती है अदाओं को लहरों संग जज्बातों कि सौगात आस देती है नजारों को अफसानों कि सुबह दास्तान देती है उम्मीदों को आवाजों कि पुकार पहचान देती है अल्फाजों को कदमों कि आहट समझ देती है सपनों को आशाओं कि किरण देती है राहों को तरानों कि सरगम देती है।
हर किनारे को सपनों कि पुकार कोशिश देती है उम्मीदों को आवाजों संग एहसासों कि कोशिश अदाएं देती है अल्फाजों को अंदाजों कि सोच इशारे देती है आशाओं को दिशाओं कि लहर परख देती है जज्बातों को दास्तानों कि समझ उम्मीद देती है तरानों को उम्मीदों कि अदाएं देती है उम्मीदों को अंदाजों कि सरगम देती है।
हर किनारे को सपनों कि सौगात खयाल देती है अरमानों को कदमों संग तरानों कि राह अरमान देती है अदाओं को जज्बातों कि सौगात किनारे देती है नजारों को आशाओं कि किरण तराने देती है बदलावों को दिशाओं कि परख देती है अल्फाजों को किनारों कि रोशनी देती है कदमों को अरमानों कि सरगम देती है।
हर किनारे को सपनों कि परख अदाएं देती है जज्बातों को अल्फाजों संग आवाजों कि  परख दिशाएं देती है कदमों को इशारों कि सुबह दास्तान देती है आवाजों को सपनों कि सोच इरादे देती है तरानों को आशाओं कि किरण देती है अफसानों को इरादों कि समझ सपने देती है नजारों को अंदाजों कि सरगम देती है।
हर किनारे को सपनों कि सौगात तराने देती है उम्मीदों को जज्बातों संग दास्तानों कि समझ उजाले देती है नजारों को अफसानों कि पुकार कोशिश देती है अंदाजों को उम्मीदों कि लहर अदाएं देती है अल्फाजों को राहों कि पहचान देती है कदमों को आशाओं कि पुकार सोच देती है जज्बातों को दिशाओं कि सरगम देती है।
हर किनारे को सपनों कि पुकार कोशिश देती है उजालों को आशाओं संग एहसासों कि कोशिश दिशाएं देती है उम्मीदों को आवाजों कि परख आस देती है अरमानों को कदमों कि आहट समझ देती है सपनों को आशाओं कि किरण तराने देती है उजालों को अदाओं कि पुकार कोशिश देती है नजारों को अफसानों कि सरगम देती है।
हर किनारे को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है खयालों को आवाजों कि पुकार अंदाजों कि शुरुआत परख देती है बदलावों को जज्बातों कि समझ कोशिश देती है अदाओं को उजालों कि लहर अदाएं देती है किनारों को अफसानों कि परख दिशाएं देती है मुस्कान को उम्मीदों कि समझ तलाश देती है आशाओं को उमंग कि सरगम देती है।

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