Thursday 2 April 2020

कविता. ३४१९. किनारों को लहरों कि।

                                                        किनारों को लहरों कि।
किनारों को लहरों कि पहचान सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सरगम देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सौगात देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच खयाल देती है अरमानों को सपनों कि सुबह उजाले देती है उमंग को आशाओं कि मेहफिल अदाएं देती है कदमों को अल्फाजों कि सुबह कोशिश देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सोच देती है।
किनारों को लहरों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को राहों कि पहचान इशारे देती है आशाओं को खयालों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस सरगम देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है कदमों को अफसानों कि समझ अरमान देती है नजारों को अफसानों कि परख सपने देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच देती है।
किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है उजालों को आवाजों कि धून पुकार देती है कदमों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है तरानों को अरमानों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को राहों कि सौगात इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सरगम देती है आशाओं को तलाश कि उम्मीद अरमान देती है दि VBशाओं को जज्बातों कि सोच देती है।
किनारों को लहरों कि समझ परख देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सौगात देती है अरमानों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है नजारों को अदाओं कि पुकार आवाज देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि परख खयाल देती है आवाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है अरमानों को जज्बातों कि सोच देती है।
किनारों को लहरों कि पुकार सहारे देती है दास्तानों को अदाओं कि सुबह उम्मीदे देती है अदाओं को आशाओं कि मेहफिल परख देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है अरमानों को खयालों कि सुबह सपने देती है अंदाजों को कदमों कि दास्तान तलाश देती है अरमानों को सपनों कि आस सहारे देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच देती है।
किनारों को लहरों कि कोशिश आस देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सपने देती है आवाजों को तरानों कि पुकार सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ सरगम देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच नजारे देती है आशाओं को तरानों कि पुकार कोशिश देती है दिशाओं को बदलावों कि परख किनारे देती है राहों को जज्बातों कि सोच देती है।
किनारों को लहरों कि उम्मीद तराने देती है आवाजों को पुकार कि सौगात इशारे देती है तलाश को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है नजारों को अफसानों कि समझ सरगम देती है राहों को अरमानों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को कदमों कि सौगात इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश सरगम देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच देती है।
किनारों को लहरों कि सौगात इशारे देती है अरमानों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस रोशनी देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश सौगात देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सरगम देती है अदाओं को नजारों कि तलाश सहारे देती है राहों को अरमानों कि कोशिश परख देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच देती है।
किनारों को लहरों कि उमंग इरादे देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सौगात देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ रोशनी देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल राहे देती है नजारों को खयालों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को जज्बातों कि सोच देती है।
किनारों को लहरों कि उमंग अफसाने देती है अल्फाजों को अरमानों कि समझ कोशिश देती है आशाओं को तरानों कि पुकार आवाज देती है उजालों को आवाजों कि सुबह नजारे देती है राहों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है सपनों को मुस्कान कि उमंग इशारे देती है अंदाजों को दिशाओं कि पहचान तराने देती है अदाओं को जज्बातों कि सोच देती है।

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