Friday 17 April 2020

कविता. ३४४९. सुबह के सपनों को दास्तानों कि।

                                          सुबह के सपनों को दास्तानों कि।
सुबह के सपनों को दास्तानों कि सौगात उजाले देती है उम्मीदों को आवाजों कि पुकार इशारे देती है कदमों को दिशाओं कि लहर परख देती है बदलावों को तरानों कि सोच आवाज देती है जज्बातों को मुस्कान कि तलाश देती है अरमानों को किनारों कि अल्फाज देती है आशाओं को अदाओं कि समझ देती है।
सुबह के सपनों को दास्तानों कि उमंग इशारे देती है अंदाजों को नजारों कि उम्मीद किरण देती है अफसाने को सपनों कि पुकार किनारे देती है आवाजों को कदमों कि आहट परख देती है अल्फाजों को आशाओं कि किरण तराने देती है उजालों को अरमानों कि पुकार देती है किनारों को अदाओं कि समझ देती है।
सुबह के सपनों को दास्तानों कि परख आस देती है किनारों को अफसानों कि राह अरमान देती है दिशाओं को जज्बातों कि सौगात अहमियत देती है रोशनी को उमंग कि अदाएं आस देती है किनारों को लहरों कि समझ कोशिश देती है खयालों को दास्तानों कि सोच देती है आवाजों को अदाओं कि समझ देती है।
सुबह के सपनों को दास्तानों कि सोच किनारे देती है उजालों को अरमानों कि समझ सपने देती है नजारों को अंदाजों कि सरगम धून देती है इशारों को एहसासों कि कोशिश दिशाएं देती है मुस्कान को सपनों कि सौगात खयाल देती है अल्फाजों को खयालों कि तलाश देती है कदमों को अदाओं कि समझ देती है।
सुबह के सपनों को दास्तानों कि किरण तराने देती है कदमों को दिशाओं कि उमंग इशारे देती है आवाजों को तरानों कि सोच इशारे देती है परख को अंदाजों कि आस एहसास देती है उजालों को अरमानों कि पुकार सपने देती है किनारों को अफसानों कि परख देती है बदलावों को अदाओं कि समझ देती है।
सुबह के सपनों को दास्तानों कि कोशिश दिशाएं देती है मुस्कान को सपनों कि पुकार किनारे देती है खयालों को अंदाजों कि आस एहसास देती है बदलावों को आशाओं कि पुकार सौगात देती है उम्मीदों को जज्बातों कि सुबह आस देती है लहरों को अंदाजों कि आस देती है राहों को अदाओं कि समझ देती है।
सुबह के सपनों को दास्तानों कि समझ उजाले देती है किनारों को आशाओं कि किरण तराने देती है बदलावों को लहरों कि पुकार कोशिश देती है आवाजों को सपनों कि रोशनी इशारे देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सरगम देती है आशाओं को दिशाओं कि लहर जज्बात देती है इशारों को अदाओं कि समझ देती है।
सुबह के सपनों को दास्तानों कि सोच अफसाने देती है बदलावों को तरानों कि कोशिश दिशाएं देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सौगात किनारे देती है राहों को उम्मीदों कि लहर परख देती है अंदाजों को उजालों कि कोशिश दिशाएं देती है मुस्कान को लहरों कि किरण तराने देती है आवाजों को अदाओं कि समझ देती है।
सुबह के सपनों को दास्तानों कि आस रोशनी देती है कदमों को अरमानों कि पुकार सरगम देती है आशाओं को दिशाओं कि लहर परख देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सौगात किनारे देती है नजारों को अफसानों कि सोच इशारे देती है अंदाजों को उम्मीदों कि लहर अरमान देती है दिशाओं को अदाओं कि समझ देती है।
सुबह के सपनों को दास्तानों कि परख दिशाएं देती है राहों को उम्मीदों कि सोच अफसाने देती है अल्फाजों को जज्बातों कि तलाश नजारे देती है आशाओं को सपनों कि पुकार इरादे देती है लहरों को अंदाजों कि समझ तलाश देती है कदमों को उजालों कि कोशिश दिशाएं देती है अल्फाजों को अदाओं कि समझ देती है।

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