Thursday 30 April 2020

कविता. ३४७६. किनारों को अफसानों कि।

                                                     किनारों को अफसानों कि।
किनारों को अफसानों कि परख रोशनी देती है जज्बातों को आशाओं कि पुकार सौगात देती है अल्फाजों को खयालों कि समझ कोशिश देती है नजारों को अदाओं कि पहचान सपने देती है कदमों को अरमानों कि पुकार सरगम देती है आवाजों को तरानों कि सोच इशारे देती है अंदाजों को उजालों कि सुबह देती है।
किनारों को अफसानों कि पुकार आस देती है खयालों को लहरों कि समझ अरमान देती है दिशाओं को सपनों कि कोशिश पहचान देती है तरानों को आवाजों कि धून मुस्कान देती है राहों को एहसासों कि समझ नजारे देती है आशाओं को दिशाओं कि लहर परख देती है अल्फाजों को उजालों कि सुबह देती है।
किनारों को अफसानों कि आस रोशनी देती है एहसासों को सपनों कि पहचान आहट देती है जज्बातों को दिशाओं कि लहर सोच देती है कदमों को आशाओं कि किरण तराने देती है उम्मीदों को जज्बातों कि सौगात तराने देती है उजालों को कदमों कि आहट उमंग देती है नजारों को उजालों कि सुबह देती है।
किनारों को अफसानों कि कोशिश दिशाएं देती है अंदाजों को उमंग कि परख दास्तान देती है तरानों को आशाओं कि समझ सरगम देती है अल्फाजों को खयालों कि सुबह मुस्कान देती है राहों को उम्मीदों कि लहर आस देती है तरानों को आशाओं कि किरण अफसाने देती है एहसासों को उजालों कि सुबह देती है।
किनारों को अफसानों कि सरगम धून देती है जज्बातों को दिशाओं कि लहर तराने देती है बदलावों को किनारों कि रोशनी इशारे देती है आवाजों को नजारों कि सोच आवाज देती है आवाजों को सपनों कि पुकार दास्तान देती है अल्फाजों को तरानों कि कोशिश अदाएं देती है तरानों को उजालों कि सुबह देती है।
किनारों को अफसानों कि अदाएं सरगम देती है आशाओं को उम्मीदों कि आस एहसास देती है उम्मीदों को जज्बातों कि राह अरमान देती है दास्तानों को अल्फाजों कि परख किनारे देती है राहों को उम्मीदों कि धून एहसास देती है बदलावों को खयालों कि समझ दिशाएं देती है कदमों को उजालों कि सुबह देती है।
किनारों को अफसानों कि परख दास्तान देती है नजारों को अदाओं कि पुकार कोशिश देती है उजालों को आशाओं कि किरण तराने देती है राहों को एहसासों कि समझ अरमान देती है दिशाओं को जज्बातों कि सौगात अहमियत देती है कदमों को दिशाओं कि लहर परख देती है बदलावों को उजालों कि सुबह देती है।
किनारों को अफसानों कि पुकार आवाज देती है जज्बातों को दिशाओं कि लहर पहचान देती है कोशिश को एहसासों कि समझ सपने देती है आशाओं को उम्मीदों कि सोच इरादे देती है आशाओं को दिशाओं कि लहर परख देती है बदलावों को तरानों कि धून एहसास देती है तरानों को उजालों कि सुबह देती है।
किनारों को अफसानों कि सोच इशारे देती है अंदाजों को नजारों कि समझ कोशिश देती है जज्बातों को उम्मीदों कि लहर तलाश देती है आवाजों को तरानों कि सरगम धून देती है अंदाजों को नजारों कि पुकार कोशिश देती है खयालों को दास्तानों कि समझ उम्मीद देती है खयालों को उजालों कि सुबह देती है।
किनारों को अफसानों कि परख दास्तान देती है तरानों को आशाओं कि किरण अल्फाज देती है इशारों को एहसासों कि समझ पुकार देती है दास्तानों को उम्मीदों कि लहर अदाएं देती है जज्बातों को दिशाओं कि सरगम धून देती है सपनों को कदमों कि आहट सौगात देती है नजारों को उजालों कि सुबह देती है।

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