Tuesday 14 April 2020

कविता. ३४४४. जब नजर इशारा देती है।

                                                      जब नजर इशारा देती है।
जब नजर इशारा देती है दास्तानों कि परख अदाएं देती है जज्बातों को आशाओं कि पुकार सौगात देती है अंदाजों को उम्मीदों कि रोशनी इशारे देती है आवाजों को एहसासों कि समझ सपने देती है नजारों को अफसानों कि पुकार उमंग देती है आशाओं को इशारों कि सुबह मुस्कान देती है।
जब नजर इशारा देती है आशाओं कि किरण तराने देती है उम्मीदों को अंदाजों कि कोशिश अदाएं देती है अल्फाजों को खयालों कि आस सौगात देती है दास्तानों को अफसानों कि पुकार आस देती है किनारों को लहरों कि समझ तलाश देती है उजालों को रोशनी कि उमंग मुस्कान देती है।
जब नजर इशारा देती है कदमों कि सोच सरगम देती है अफसानों को राहों कि पहचान सहारे देती है आशाओं को दिशाओं कि दास्तान उमंग देती है अरमानों को सपनों कि सौगात खयाल देती है एहसासों को सपनों कि परख अदाएं देती है अल्फाजों को जज्बातों कि समझ मुस्कान देती है।
जब नजर इशारा देती है किनारों कि समझ अल्फाज देती है आशाओं को उम्मीदों कि लहर परख देती है बदलावों को तरानों कि पुकार आवाज देती है अंदाजों को नजारों कि समझ कोशिश देती है राहों को आशाओं कि परख दिशाएं देती है अरमानों को किनारों कि तलाश मुस्कान देती है।
जब नजर इशारा देती है अंदाजों कि पुकार अरमान देती है दास्तानों को उमंग कि आस एहसास देती है उम्मीदों को आवाजों कि उमंग इशारे देती है एहसासों को राहों कि लहर उजाला देती है कोशिश को एहसासों कि समझ नजारे देती है बदलावों को तरानों कि पुकार मुस्कान देती है।
जब नजर इशारा देती है अल्फाजों कि सोच इरादे देती है आवाजों को कदमों कि आहट समझ देती है अंदाजों को नजारों कि कोशिश अदाएं देती है अल्फाजों को सपनों कि पुकार सरगम देती है आशाओं को उम्मीदों कि लहर अरमान देती है दिशाओं को दास्तानों कि समझ मुस्कान देती है।
जब नजर इशारा देती है कदमों कि आहट परख देती है खयालों को सपनों कि पुकार किनारे देती है अरमानों को लहरों कि सौगात आस देती है अंदाजों को उजालों कि समझ तलाश देती है आवाजों को तरानों कि सोच इशारे देती है किनारों को अफसानों कि पुकार संग अदाओं कि मुस्कान देती है।
जब नजर इशारा देती है आशाओं कि समझ सपने देती है अरमानों को अदाओं कि किरण तराने देती है बदलावों को दास्तानों कि सौगात खयाल देती है आशाओं को किनारों कि तलाश सहारे देती है रोशनी को उम्मीदों कि लहर अदाएं देती है आवाजों को सपनों कि मुस्कान देती है।
जब नजर इशारा देती है अंदाजों कि समझ कोशिश देती है तरानों को उम्मीदों कि लहर परख देती है अल्फाजों को सपनों कि पुकार किनारे देती है अरमानों को दास्तानों कि सोच इशारे देती है उजालों को अरमानों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को उम्मीदों के पहचान कि मुस्कान देती है।
जब नजर इशारा देती है आवाजों कि आस एहसास देती है अंदाजों को सपनों कि सौगात खयाल देती है उम्मीदों को दिशाओं कि लहर परख देती है अफसानों को राहों कि पहचान सुबह देती है आशाओं को अरमानों कि पुकार सरगम देती है जज्बातों को दिशाओं कि मुस्कान देती है।

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