Wednesday 1 April 2020

कविता. ३४१७. आशाओं को चुपके से।

                                                       आशाओं को चुपके से।
आशाओं को चुपके से जीवन मे लाने कि जरुरत होती है किनारों को लहरों कि पहचान सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस सरगम के इशारे देती है जज्बातों को आवाजों कि धून पुकार देती है अरमानों को खयालों कि सुबह उजाले देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया पहचान देती है अरमानों को नजारों कि तलाश अहमियत देती है।
आशाओं को चुपके से आवाज कि सरगम देती है कदमों को अफसानों कि तलाश तराने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच परख के किनारे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस पहचान देती है अल्फाजों को जज्बातों कि कोशिश एहसास देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ इशारे देती है अंदाजों को लहरों कि तलाश अहमियत देती है।
आशाओं को चुपके से अंदाजों कि सुबह देती है नजारों को सपनों कि कोशिश अरमान देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग उजाले के रोशनी देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है कदमों को अफसानों कि समझ सपने देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग एहसास देती है किनारों को अरमानों के सपनों कि कोशिश अहमियत देती है।
आशाओं को चुपके से जज्बातों कि सोच मिलती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात के उजाले देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ सुबह देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है अरमानों को खयालों कि सुबह उम्मीद देती है आवाजों को तरानों के सपनों कि अहमियत देती है।
आशाओं को चुपके से कदमों कि आहट सुनाई पडती है लहरों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है अदाओं को तरानों कि पुकार आवाज देती है दिशाओं को बदलावों कि आस अरमान जगाती है कोशिश को लम्हों कि पहचान अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ परख देती है अदाओं को नजारों के आशाओं कि अहमियत देती है।
आशाओं को चुपके से किनारों कि लहर दिलाती है कदमों को अफसानों कि समझ सुबह देती है आवाजों को खयालों कि राह तराने देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार दिलाती है अरमानों को सपनों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को राहों के जज्बातों कि तलाश अरमान जगाती है दास्तानों को अफसानों के उम्मीदों कि अहमियत देती है।
आशाओं को चुपके से तरानों कि पुकार देती है किनारों को अरमानों कि कोशिश परख देती है कदमों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह रोशनी देती है तलाश को एहसासों कि पुकार आवाज देती है अदाओं को लहरों के अरमानों कि समझ राह देती है अंदाजों को लहरों के दास्तानों कि अहमियत देती है।
आशाओं को चुपके से नजारों कि तलाश परख देती है दिशाओं को बदलावों कि आस अरमान जगाती है कोशिश को लम्हों कि परख अल्फाज देती है आवाजों को जज्बातों कि समझ पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि आस देती है तरानों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है आशाओं को जज्बातों के सपनों कि अहमियत देती है।
आशाओं को चुपके से आवाजों कि धून सुनाती है तरानों को अरमानों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को बदलावों कि आस पहचान देती है किनारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है कदमों को जज्बातों कि तलाश देती है अंदाजों को दिशाओं कि पहचान अदाएं देती है नजारों को अंदाजों के एहसास संग आवाजों कि अहमियत देती है।
आशाओं को चुपके से दास्तानों कि परख दिलाती है कदमों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है जज्बातों को लहरों कि सरगम धून देती है अंदाजों को दिशाओं कि परख कोशिश देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अदाओं को जज्बातों कि सोच तलाश देती है दिशाओं को बदलावों के कदमों कि कोशिश संग अफसानों कि अहमियत देती है।

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