Saturday 4 April 2020

कविता. ३४२४. इशारों को तरानों कि।

                                                          इशारों को तरानों कि।
इशारों को तरानों कि समझ सपने देती है आशाओं को दिशाओं कि लहर परख देती है खयालों को नजारों कि पुकार अरमान देती है आवाजों को कदमों कि सोच अफसाने देती है बदलावों को तरानों कि सोच आवाज देती है लहरों को अंदाजों कि आस एहसास कि शुरुआत देती है।
इशारों को तरानों कि सौगात आस देती है सपनों को जज्बातों कि समझ कोशिश देती है उजालों को आशाओं कि किरण तराने देती है उजालों को अरमानों कि पुकार किनारे देती है कदमों को दिशाओं कि सोच अफसाने देती है एहसासों को राहों कि कोशिश आशाओं कि शुरुआत देती है।
इशारों को तरानों  कि लहर सरगम देती है अल्फाजों को सपनों कि सोच दिशाएं देती है अफसानों को राहों कि पहचान सुबह देती है अंदाजों को उजालों कि कोशिश तलाश देती है आवाजों को सपनों कि सौगात खयाल देती है जज्बातों को दिशाओं कि लहर अरमानों कि  शुरुआत देती है।
इशारों को तरानों कि  परख दिशाएं देती है अंदाजों को उजालों कि कोशिश अदाएं देती है जज्बातों को इरादों कि सरगम धून देती है आशाओं को उम्मीदों कि पहचान सुबह देती है उम्मीदों को आवाजों कि तलाश सहारे देती है अल्फाजों को सपनों कि पुकार अंदाजों कि  शुरुआत देती है।
इशारों को तरानों कि सौगात राह देती है आशाओं को अदाओं कि समझ सरगम देती है अल्फाजों को जज्बातों कि समझ कोशिश देती है तरानों को उमंग कि सोच इशारे देती है आवाजों को आशाओं कि किरण तराने देती है बदलावों को खयालों कि परख दास्तानों कि शुरुआत देती है।
इशारों को तरानों कि समझ सपने देती तलाश को सपनों कि परख तराने देती है कदमों को दिशाओं कि पहचान सुबह देती है सपनों को आशाओं कि किरण सरगम देती है जज्बातों को उजालों कि समझ तलाश देती है एहसासों को राहों कि कोशिश संग अरमानों के आशाओं कि शुरुआत देती है।
इशारों को तरानों कि लहर सरगम देती है अल्फाजों को तरानों कि सोच आवाज देती है आशाओं कि पुकार सौगात देती है जज्बातों को सपनों कि परख अदाएं देती है अल्फाजों को राहों कि परख दिशाएं देती है मुस्कान को आवाजों कि पहचान को सपनों कि परख के लहरों कि शुरुआत देती है।
इशारों को तरानों कि सौगात आस देती है अंदाजों को उजालों कि समझ सरगम देती है आवाजों को सपनों कि परख अदाएं देती है किनारों को अफसानों कि पुकार कोशिश देती है जज्बातों को उम्मीदों कि समझ सुबह देती है खयालों को आशाओं कि किरण के आवाजों कि शुरुआत देती है।
इशारों को तरानों कि परख दिशाएं देती है जज्बातों को अंदाजों कि कोशिश अदाएं देती है अल्फाजों को सपनों कि पुकार लहर देती है अरमानों को कदमों कि आहट परख देती है कदमों को इरादों कि सरगम धून देती है दास्तानों को लहरों कि सरगम के पहचान कि शुरुआत देती है।
इशारों को तरानों कि समझ सपने देती है कोशिश को एहसासों कि समझ सपने देती है किनारों को आशाओं कि पुकार सौगात देती है अल्फाजों को नजारों कि आस एहसास देती है उम्मीदों को आवाजों कि परख आस देती है जज्बातों को दिशाओं कि लहर के लहरों कि शुरुआत देती है।

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