Thursday, 23 April 2020

कविता. ३४६२. किनारों को कोशिश कि पुकार।

                                          किनारों को कोशिश कि पुकार।
किनारों को कोशिश कि पुकार इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि परख सहारे देती है आशाओं को दिशाओं कि सरगम धून देती है अंदाजों को नजारों कि पुकार एहसास देती है उम्मीदों को आवाजों कि मुस्कान सुबह देती है खयालों को तरानों कि सोच इशारे देती है आवाजों कि धून देती है।
किनारों को कोशिश कि पुकार आस देती है अरमानों को सपनों कि रोशनी उजाले देती है तरानों को उम्मीदों कि लहर अदाएं देती है दिशाओं को आशाओं कि किरण तलाश देती है अरमानों को सपनों कि पुकार इशारे देती है अंदाजों को नजारों कि आस एहसास देती है उम्मीदों कि धून देती है।
किनारों को कोशिश कि पुकार तलाश देती है कदमों को दिशाओं कि सोच इशारे देती है आवाजों को कदमों कि आहट उमंग देती है अल्फाजों को खयालों कि समझ दिशाएं देती है मुस्कान को आशाओं कि किरण तराने देती है दास्तानों को अंदाजों कि सोच पहचान देती है इशारों कि धून देती है।
किनारों को कोशिश कि पुकार इरादे देती है आशाओं को अदाओं कि समझ सरगम देती है अफसानों को राहों कि पहचान सुबह देती है उजालों को अरमानों कि पुकार कोशिश देती है दास्तानों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है आवाजों को सपनों कि सौगात खयाल देती है अरमानों कि धून देती है।
किनारों को कोशिश कि पुकार उम्मीद देती है अंदाजों को उजालों कि उमंग इशारे देती है खयालों को कदमों कि आहट सौगात देती है जज्बातों को आशाओं कि सुबह मुस्कान देती है तरानों को उम्मीदों कि लहर अदाएं देती है अल्फाजों को अरमानों कि पुकार कोशिश देती है जज्बातों कि धून देती है।
किनारों को कोशिश कि पुकार उमंग देती है खयालों को सपनों कि आस रोशनी देती है तरानों को आशाओं कि किरण तराने देती है बदलावों को लहरों कि समझ तलाश देती है अरमानों को कदमों कि आहट नजारे देती है लहरों को दास्तानों कि सोच अफसाने देती है तरानों कि  धून देती है।
किनारों को कोशिश कि पुकार तलाश देती है आवाजों को तरानों कि सोच इशारे देती है अफसानों को राहों कि पहचान सुबह देती है आशाओं को दिशाओं कि लहर जज्बात देती है उजालों को सपनों कि तलाश सहारे देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सौगात आस देती है खयालों कि धून देती है।
किनारों को कोशिश कि पुकार राह देती है दास्तानों को आशाओं कि परख दिशाएं देती है मुस्कान को उम्मीदों कि लहर अदाएं देती है उजालों को अंदाजों कि सोच कोशिश देती है नजारों को अदाओं कि परख दिशाएं देती है आस को सपनों कि पुकार इशारे देती है अफसानों कि धून देती है।
किनारों को कोशिश कि पुकार नजारे देती है सपनों को जज्बातों कि सौगात आस देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच इशारे देती है एहसासों को राहों कि पहचान सुबह देती है कदमों को अरमानों कि परख सपने देती है आवाजों को तरानों कि कोशिश दिशाएं देती है अल्फाजों कि धून देती है।
किनारों को कोशिश कि पुकार सहारे देती है आशाओं को उम्मीदों कि लहर अदाएं देती है जज्बातों को दिशाओं कि सरगम उमंग देती है अल्फाजों को खयालों कि समझ दिशाएं देती है मुस्कान को आवाजों कि पुकार इरादे देती है दास्तानों को उमंग कि पहचान सपने देती है नजारों कि धून देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५४७१. लहरों की कहानी अक्सर।

                          लहरों की कहानी अक्सर। लहरों की कहानी अक्सर आशाओं की सरगम दिलाती है सपनों को अरमानों की पुकार एहसास सुनाती है तरानो...