Friday 3 April 2020

कविता. ३४२१. हर लम्हा कोई सरगम धडकन को।

                                            हर लम्हा कोई सरगम धडकन को।
हर लम्हा कोई सरगम धडकन को पुकार देती है आशाओं को दिशाओं कि आस एहसास कि पुकार देती है किनारों से अरमानों कि सोच दिशाएं देती है अंदाजों को उजालों के राह कि सोच इशारे देती है कदमों को दिशाओं कि लहर जज्बात देती है अरमानों को कदमों कि पुकार खयाल देती है।
हर लम्हा कोई सरगम धडकन को आस देती है सपनों को जज्बातों कि सौगात देती है इशारों को कदमों कि सोच अफसाने देती है कदमों को दिशाओं कि लहर परख देती है किनारों को आशाओं कि पुकार कोशिश देती है अरमानों को सपनों कि सरगम संग खयाल देती है।
हर लम्हा कोई सरगम धडकन को एहसास देती है दास्तानों को उम्मीदों कि समझ देती है किनारों को आशाओं कि आस कोशिश देती है जज्बातों को आशाओं कि पुकार किनारे देती है नजारों को अदाओं कि समझ तलाश देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ खयाल देती है।
हर लम्हा कोई सरगम धडकन को राह देती है अरमानों को कदमों कि सोच इशारे देती है आवाजों को सपनों कि पुकार किनारे देती है दास्तानों को उम्मीदों कि लहर उजाला देती है कोशिश को अंदाजों कि सोच सरगम देती है अफसानों को राहों कि कोशिश कि पहचान  खयाल देती है।
हर लम्हा कोई सरगम धडकन को उम्मीद देती है अंदाजों को आशाओं कि तराने राह देती है अरमानों को कदमों कि मुस्कान नजारा देती है आशाओं को अदाओं कि समझ सरगम देती है सपनों को जज्बातों कि सौगात लहर देती है किनारों को एहसासों कि सौगात खयाल देती है।
हर लम्हा कोई सरगम धडकन को लहर देती है सपनों को जज्बातों कि समझ कोशिश देती है किनारों को आशाओं कि पुकार तराने देती है कदमों को दिशाओं कि लहर जज्बात देती है कदमों को दिशाओं कि लहर परख देती है बदलावों को अरमानों कि अहमियत खयाल देती है।
हर लम्हा कोई सरगम धडकन को पुकार देती है किनारों को आवाजों कि परख आस देती है सपनों को जज्बातों कि समझ कोशिश देती है नजारों को आशाओं कि किरण तराने देती है लहरों को नजारों कि पुकार किनारे देती है राहों के सपनों  को उम्मीदों कि पहचान खयाल देती है।
हर लम्हा कोई सरगम धडकन को कोशिश देती है कदमों को अरमानों कि पुकार सरगम देती है उम्मीदों को आवाजों कि परख पुकार देती है आवाजों को नजारों कि सरगम धून देती है कोशिश को अंदाजों कि लहर परख देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सौगात खयाल देती है।
हर लम्हा कोई सरगम धडकन को उम्मीद देती है राहों को आशाओं कि किरण इशारे देती है आवाजों को सपनों कि परख दिशाएं देती है जज्बातों को अदाओं कि समझ इशारे देती है कदमों को किनारों कि समझ सौगात देती है बदलाव को लहरों कि कहानी के संग खयाल देती है।
हर लम्हा कोई सरगम धडकन को परख देती है बदलावों को सपनों कि पुकार कोशिश देती है उजालों को आशाओं कि किरण तराने देती है कदमों को दिशाओं कि आस एहसास देती है लहरों को नजारों कि समझ कोशिश देती है जज्बातों के लहरों से आवाजों कि पुकार खयाल देती है।  

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