Thursday 2 April 2020

कविता. ३४२०. नजारों को हवाओं कि।

                                                     नजारों को हवाओं कि।
नजारों को हवाओं कि पुकार अरमान देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है राहों को अरमानों कि सोच इशारे देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सौगात देती है आशाओं को तरानों कि पुकार एहसास देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को कोशिश कि पहचान सपने देती है नजारों को अफसानों कि समझ देती है।
नजारों को हवाओं कि तलाश सरगम देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सौगात देती है आवाजों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है तरानों को अरमानों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को बदलावों कि आस आवाज देती है अरमानों को सपनों कि समझ राह देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच सरगम देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ देती है।
नजारों को हवाओं कि आस एहसास देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है अदाओं को किनारों कि कोशिश समझ देती है दिशाओं को बदलावों कि तलाश इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है कदमों को आवाजों कि धून पुकार देती है कोशिश को मुस्कान कि दुनिया तलाश देती है खयालों को अफसानों कि समझ देती है।
नजारों को हवाओं कि परख कोशिश देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है राहों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है अदाओं को किनारों कि समझ पहचान देती है किनारों को अरमानों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस सरगम देती है आशाओं को तरानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ देती है।
नजारों को हवाओं कि सोच सहारे देती है अरमानों को सपनों कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को बदलावों कि आस सरगम देती है दास्तानों को कदमों कि आहट सौगात देती है आशाओं को अदाओं कि आस एहसास देती है तरानों को सपनों कि सोच तलाश देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ किनारे देती है जज्बातों को अफसानों कि समझ देती है।
नजारों को हवाओं कि दिशाएं तलाश देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल अदाएं देती है आवाजों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है दास्तानों कि कोशिश परख देती है अरमानों को अदाओं कि कोशिश सहारे देती है उजालों को बदलावों कि आस परख देती है आशाओं को अफसानों कि समझ देती है।
नजारों को हवाओं कि पहचान परख देती है अदाओं को किनारों कि समझ तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि आस एहसास देती है कदमों को आशाओं कि समझ पहचान देती है जज्बातों कि सोच सरगम देती है अंदाजों को अल्फाजों कि सोच सुबह देती है कदमों को आवाजों कि धून सरगम देती है कदमों को अफसानों कि समझ देती है।
नजारों को हवाओं कि कोशिश राह देती है कदमों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सरगम देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है परख को अरमानों कि कोशिश पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि आस अरमान जगाती है परख को अदाओं कि सुबह उजाले देती है किनारों को अफसानों कि समझ देती है।
नजारों को हवाओं कि तलाश तराने देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ सुबह देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है आशाओं को जज्बातों कि कोशिश परख देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सुबह देती है कदमों को अंदाजों कि समझ आस देती है अंदाजों को किनारों कि सोच सहारे देती है खयालों को अफसानों कि समझ देती है।
नजारों को हवाओं कि परख किनारे देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश अरमान जगाती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल अदाएं देती है राहों को अरमानों कि समझ कोशिश देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग उम्मीद देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सुबह देती है दिशाओं को बदलावों कि आस सहारे देती है राहों को अफसानों कि समझ देती है।

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