Saturday 20 June 2020

कविता. ३५७९. अदाओं को सपनों कि सुबह।

                                           अदाओं को सपनों कि सुबह।
अदाओं को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है दिशाओं को बदलावों कि तलाश अल्फाज देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सरगम देती है आशाओं को कदमों कि आहट पुकार देती है इरादों को अंदाजों कि राह अफसाने देती है नजारों को इशारों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों कि राह देती है।
अदाओं को सपनों कि सुबह कोशिश देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी परख देती है अंदाजों को अरमानों कि उम्मीद तलाश देती है लहरों को जज्बातों कि आस पहचान देती है नजारों को अफसानों कि पुकार जज्बात देती है बदलावों को दास्तानों कि उमंग परख देती है इरादों कि राह देती है।
अदाओं को सपनों कि सुबह सरगम देती है आशाओं को खयालों कि सोच अरमान देती है किनारों को आवाजों कि धून दास्ताने देती है तरानों को अल्फाजों कि उम्मीद तलाश देती है जज्बातों को अंदाजों कि उम्मीद तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अफसाने देती है आवाजों कि राह देती है।
अदाओं को सपनों कि सुबह पुकार देती है किनारों को लहरों कि सरगम धून देती है इरादों को अफसानों कि कहानी परख देती है खयालों को नजारों कि सुबह मुस्कान देती है दिशाओं को बदलावों कि राह रोशनी देती है अंदाजों को आशाओं कि उमंग तराने देती है दास्तानों कि राह देती है।
अदाओं को सपनों कि सुबह आस देती है अंदाजों को नजारों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस परख देती है लहरों को अफसानों कि पुकार कोशिश देती है इरादों को सपनों कि सरगम धून देती है कदमों को अरमानों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों कि राह देती है।
अदाओं को सपनों कि सुबह तलाश देती है इरादों को किनारों कि उम्मीद तराने देती है नजारों को आवाजों कि सरगम धून देती है दास्तानों को अरमानों कि उमंग परख देती है आशाओं को दास्तानों कि सौगात उजाले देती है रोशनी को अल्फाजों कि सरगम धून देती है दिशाओं कि राह देती है।
अदाओं को सपनों कि सुबह तराने देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस पहचान देती है इशारों को अल्फाजों कि परख सौगात देती है कदमों को खयालों कि समझ तलाश देती है अंदाजों को अरमानों कि उम्मीद तलाश देती है आशाओं को जज्बातों कि सुबह परख देती है आशाओं कि राह देती है।
अदाओं को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को खयालों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच किनारे देती है राहों को नजारों कि तलाश अल्फाज देती है लहरों को तरानों कि राह अरमान देती है अल्फाजों को आशाओं कि उम्मीद तराने देती है कदमों कि राह देती है।
अदाओं को सपनों कि सुबह आस देती है आशाओं को दास्तानों कि उमंग तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि उम्मीद पुकार देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सौगात देती है अंदाजों को लहरों कि पहचान तलाश देती है एहसासों को सपनों कि आहट नजारे देती है आशाओं कि राह देती है।
अदाओं को सपनों कि सुबह नजारे देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तराने देती है इरादों को अल्फाजों कि सरगम धून देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अफसाने देती है आशाओं को दास्तानों कि सौगात उजाले देती है उम्मीदों को कोशिश कि सरगम धून देती है उजालों कि राह देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...