Saturday 6 June 2020

कविता. ३५५०. हर कुदरत के एहसास को।

                                                 हर कुदरत के एहसास को।
हर कुदरत के एहसास को नजारों कि सोच समझ देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह सपने देती है अल्फाजों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है तरानों को खयालों कि समझ पुकार देती है इरादों को जज्बातों कि परख कोशिश देती है अंदाजों को अरमानों कि कोशिश पहचान देती है।
हर कुदरत के एहसास को सपनों कि कोशिश पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि आस किनारे देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है अंदाजों को कदमों कि आहट अफसाने देती है इशारों को अल्फाजों कि समझ सुबह देती है उजालों को तरानों कि राह पहचान देती है।
हर कुदरत के एहसास को जज्बातों कि आस किनारे देती है लहरों को तरानों कि धून दास्ताने देती है इरादों को अरमानों कि सोच दिशाएं देती है कोशिश को अल्फाजों कि उमंग परख देती है आवाजों को बदलावों कि सौगात अहमियत देती है उम्मीदों के खयालों को अंदाजों कि सुबह पहचान देती है।
हर कुदरत के एहसास को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है लहरों को अफसानों कि उम्मीद उमंग देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सौगात देती है कदमों को आवाजों कि सरगम पुकार देती है कदमों को अरमानों कि समझ तराने देती है दास्तानों को अंदाजों कि राह पहचान देती है।
हर कुदरत के एहसास को कोशिश कि सरगम धून देती है अरमानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है इरादों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है जज्बातों को सपनों कि राह तलाश देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद कोशिश देती है तरानों को अंदाजों कि उमंग पहचान देती है।
हर कुदरत के एहसास को अंदाजों कि उम्मीद तलाश देती है किनारों को आशाओं कि उमंग परख देती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात उजाले देती है अल्फाजों को आवाजों कि धून सरगम देती है इशारों को कदमों कि आहट परख देती है उम्मीदों को सपनों कि उम्मीद पहचान देती है।
हर कुदरत के एहसास को तरानों कि राह अफसाने देती है आवाजों को लम्हों कि अल्फाज परख देती है इरादों को जज्बातों कि आस परख देती है नजारों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है आशाओं को खयालों कि राह अदाएं देती है दास्तानों को आवाजों कि धून पहचान देती है।
हर कुदरत के एहसास को नजारों कि सोच दिशाएं देती है अंदाजों को सपनों कि तलाश पुकार देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग उम्मीद देती है दास्तानों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है उजालों को कोशिश कि सुबह मुस्कान देती है राहों को नजारों कि परख पहचान देती है।
हर कुदरत के एहसास को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है लहरों को अफसानों कि राह अल्फाज देती है किनारों को तरानों कि आस सोच देती है उमंग को अरमानों कि सुबह मुस्कान देती है आशाओं को खयालों कि सोच दिशाएं देती है कदमों को आवाजों कि धून पहचान देती है।
हर कुदरत के एहसास को सपनों कि सुबह आस देती है दास्तानों को जज्बातों कि कोशिश पुकार देती है खयालों को अफसानों कि सरगम धून देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है इरादों को जज्बातों कि सौगात तलाश देती है नजारों को अरमानों कि उमंग पहचान देती है।

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