Tuesday 14 January 2020

कविता. ३३६१. दास्तान को एहसासों कि पुकार।

                                                  दास्तान को एहसासों कि पुकार।
दास्तान को एहसासों कि पुकार आवाज देती है दिशाओं को अरमानों कि कोशिश पहचान देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सरगम देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश सुबह देती है अल्फाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है राहों को किनारों कि समझ नजारे देती है आशाओं को तरानों कि कोशिश देती है।
दास्तान को एहसासों कि पुकार सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इरादे देती है अरमानों को सपनों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को बदलावों कि सरगम धून देती है खयालों को नजारों कि सौगात सहारे देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सुबह देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इरादे देती है जज्बातों को तरानों कि कोशिश देती है।
दास्तान को एहसासों कि पुकार रोशनी देती है आशाओं को लहरों कि उमंग इशारे देती है दास्तानों को लहरों कि सोच परख देती है अरमानों को जज्बातों कि सौगात सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ किनारे देती है आशाओं को दिशाओं कि समझ तराने देती है किनारों को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है खयालों को तरानों कि कोशिश देती है।
दास्तान को एहसासों कि पुकार किनारे देती है जज्बातों को अल्फाजों कि सौगात सहारे देती है अदाओं को नजारों कि तलाश इरादे देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच सहारे देती है लहरों को बदलावों कि सुबह रोशनी देती है अंदाजों को दास्तानों कि परख जज्बात देती है अरमानों को सपनों कि सुबह उजाले देती है इशारों को तरानों कि कोशिश देती है।
दास्तान को एहसासों कि पुकार परख देती है आवाजों को खयालों कि सोच सरगम देती है अफसानों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को आशाओं कि रोशनी उजाले देती है दास्तानों को अरमानों कि तलाश इरादे देती है अदाओं को अफसानों कि समझ तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि राह किनारे देती है अंदाजों को तरानों कि कोशिश देती है।
दास्तान को एहसासों कि पुकार अंदाज देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट सपने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सौगात इशारे देती है राहों को कदमों कि आहट अफसाने देती है लहरों को बदलावों कि सोच इशारे देती है एहसासों को अंदाजों कि लहर किनारे देती है नजारों को तरानों कि कोशिश देती है।
दास्तान को एहसासों कि पुकार सहारे देती है दिशाओं को जज्बातों कि तलाश सपने देती है खयालों को बदलावों कि सुबह उजाले देती है अदाओं को कदमों कि सरगम धून देती है नजारों को अंदाजों कि लहर अरमान देती है अदाओं को तरानों कि कोशिश परख देती है आवाजों को जज्बातों कि मुस्कान इशारे देती है आशाओं को तरानों कि कोशिश देती है।
दास्तान को एहसासों कि पुकार आवाज देती है लहरों को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ किनारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश सपने देती है आशाओं को कदमों कि आहट आवाज देती है राहों को अरमानों कि सोच परख देती है नजारों को अफसानों कि समझ किनारे देती है कदमों को तरानों कि कोशिश देती है।
दास्तान को एहसासों कि पुकार अदाएं देती है राहों को अरमानों कि तलाश समझ देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सुबह उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि आस तराने देती है अफसानों को खयालों कि सोच तलाश देती है दास्तानों को अदाओं कि सरगम धून देती है एहसासों को अंदाजों कि लहर पहचान देती है आवाजों को तरानों कि कोशिश देती है।
दास्तान को एहसासों कि पुकार सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच तराने देती है कदमों को आशाओं कि निशानी अरमान देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है जज्बातों को लम्हों कि पहचान इशारे देती है नजारों को दिशाओं कि सोच किनारे देती है लहरों को बदलावों कि समझ अफसाने देती है दास्तानों को तरानों कि कोशिश देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...