Wednesday 15 January 2020

कविता. ३३६४. किनारों को लहरों कि उमंग।

                                                   किनारों को लहरों कि उमंग। 
किनारों को लहरों कि उमंग अफसाने देती है अल्फाजों को नजारों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को जज्बातों कि तलाश सहारे देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है अरमानों को कदमों कि आहट सौगात देती है तरानों को आशाओं कि निशानी सपने दिलाती है कदमों को अल्फाजों कि समझ तलाश देती है।
किनारों को लहरों कि उमंग अरमान देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है अंदाजों को नजारों कि सुबह उम्मीदे देती है अल्फाज को दास्तानों कि परख सपने देती है आशाओं को दिशाओं कि सोच आस देती है आवाजों को जज्बातों कि कोशिश सपने देती है लहरों को बदलावों कि समझ सुबह दिलाती है नजारों को अंदाजों कि समझ तलाश देती है।
किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि पुकार आवाज देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सोच देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सुबह देती है लहरों को अफसानों कि समझ परख देती है खयालों को नजारों कि सौगात सहारे देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच आस देती है लहरों को बदलावों कि समझ तलाश देती है।
किनारों को लहरों कि उमंग दास्ताने देती है जज्बातों को अरमानों कि सौगात सपने देती है लहरों को अफसानों कि समझ तराने देती है कदमों को आशाओं कि निशानी पुकार देती है अफसानों को खयालों कि सोच परख देती है लहरों को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है राहों को तरानों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि समझ तलाश देती है।
किनारों को लहरों कि उमंग तराने देती है राहों को खयालों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को अल्फाजों कि कोशिश पहचान देती है दिशाओं को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को जज्बातों कि आस सहारे देती है अफसानों को दास्तानों कि परख सहारे देती है धाराओं को नजारों कि सोच मुस्कान देती है तरानों को आवाजों कि समझ तलाश देती है।
किनारों को लहरों कि उमंग इरादे देती है दिशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है अंदाजों को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है एहसासों को अंदाजों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को बदलावों कि तलाश इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच इशारे देती है अरमानों को कदमों कि सौगात सहारे देती है दिशाओं को आशाओं कि समझ तलाश देती है।
किनारों को लहरों कि उमंग लहरे देती है आशाओं को अरमानों कि तलाश सहारे देती है आवाजों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है जज्बातों को बदलावों कि सरगम धून देती है कदमों को आशाओं कि लहर दास्तान देती है राहों को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है दास्तानों को अफसानों कि निशानी आस देती है नजारों को अंदाजों कि समझ तलाश देती है।
किनारों को लहरों कि उमंग तराने देती है अंदाजों को अल्फाजों कि समझ उमंग देती है दिशाओं को बदलावों कि निशानी अदाएं देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ आस देती है तरानों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है अदाओं को अरमानों कि तलाश इरादे देती है जज्बातों को अल्फाजों कि सोच सरगम देती है जज्बातों को राहों कि समझ तलाश देती है।
किनारों को लहरों कि उमंग उजाले देती है दिशाओं को कदमों कि आहट सरगम देती है अंदाजों को आशाओं कि तलाश सपने देती है अंदाजों को नजारों कि सुबह उम्मीदे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि धून सरगम देती है खयालों को कोशिश कि लहर आस देती है तरानों को अरमानों कि कोशिश पहचान देती है एहसासों को अंदाजों कि समझ तलाश देती है।
किनारों को लहरों कि उमंग दास्ताने देती है राहों को अफसानों कि तलाश इरादे देती है अरमानों को कदमों कि आहट अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि आस सरगम देती है दिशाओं को अल्फाजों कि सुबह उम्मीदे देती है कदमों को तरानों कि पुकार सरगम देती है अंदाजों को नजारों कि समझ आवाज देती है दास्तानों को लहरों कि समझ तलाश देती है।

2 comments:

  1. so nice and touching poem

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    1. Thanks for admiring my writing I am glad that you like it

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