Thursday 9 January 2020

कविता. ३३५२. दास्तान को किनारों कि सोच।

                                                    दास्तान को किनारों कि सोच।
दास्तान को किनारों कि सोच सरगम देती है आवाज को धून कि पुकार सहारे देती है आशाओं को अरमानों कि तलाश इरादे देती है दिशाओं को अफसानों कि लहर परख देती है एहसासों से खयालों कि कोशिश आस देती है आशाओं को कदमों कि आहट सरगम देती है अरमानों को दिशाओं कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को तरानों कि पुकार सहारे देती है।
दास्तान को किनारों कि सोच अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह रोशनी देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सरगम देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है कदमों से लहरों कि उमंग इशारे देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ राह देती है नजारों को किनारों कि लहर आस देती है आशाओं को अफसानों कि पुकार सहारे देती है।
दास्तान को किनारों कि सोच परख देती है अंदाजों को जज्बातों कि कोशिश खयाल देती है लहरों को बदलावों कि समझ नजारे देती है अल्फाजों को आशाओं कि निशानी राह देती है तरानों से उजालों कि रोशनी उम्मीदे देती है आवाजों को अरमानों कि तलाश इरादे देती है दास्तानों को राहों कि समझ अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि पुकार सहारे देती है।
दास्तान को किनारों कि सोच अंदाज देती है तरानों को आशाओं कि निशानी उजाले देती है राहों को अल्फाजों कि रोशनी उजाले देती है जज्बातों को बदलावों कि समझ आस देती है दिशाओं से परख कि धाराएं कोशिश देती है अंदाजों को अफसानों कि तलाश इरादे देती है अल्फाजों को तरानों कि पुकार सहारे देती है जज्बातों को आशाओं कि पुकार सहारे देती है।
दास्तान को किनारों कि सोच नजारे देती है कदमों को अफसानों कि समझ राहे देती है अंदाजों को खयालों कि कोशिश परख देती है अरमानों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दास्तानों से जज्बातों कि तलाश इरादे देती है दिशाओं को आशाओं कि निशानी उजाले देती है अफसानों को खयालों कि कोशिश परख देती है लहरों को अफसानों कि पुकार सहारे देती है।
दास्तान को किनारों कि सोच रोशनी देती है दिशाओं को अल्फाजों कि कोशिश परख देती है अदाओं को नजारों कि तलाश इरादे देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ राहे देती है अरमानों से सपनों कि कोशिश परख देती है अल्फाजों को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है तरानों को आवाजों कि समझ सरगम देती है दिशाओं को अंदाजों कि पुकार सहारे देती है।
दास्तान को किनारों कि सोच अरमान देती है लहरों को बदलावों कि समझ तराने देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच समझ देती है अफसानों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है लहरों से अरमानों कि तलाश इरादे देती है दिशाओं को अल्फाजों कि तलाश इरादे देती है आशाओं को कदमों कि आहट आस देती है दास्तानों को राहों कि पुकार सहारे देती है।
दास्तान को किनारों कि सोच अफसाने देती है जज्बातों को अल्फाजों कि तलाश सहारे देती है राहों को आशाओं कि लहर पुकार देती है तरानों को अरमानों कि कोशिश परख देती है आशाओं से खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को राहों कि समझ आस देती है कदमों को दिशाओं कि पुकार सहारे देती है।
दास्तान को किनारों कि सोच तलाश देती है कदमों को अफसानों कि समझ लहरे देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच सरगम देती है राहों को अल्फाजों कि समझ बदलाव देती है लहरों से अरमानों कि तलाश इरादे देती है आशाओं को कदमों कि आहट पहचान देती है लहरों को एहसासों कि कोशिश पहचान देती है अंदाजों को नजारों कि पुकार सहारे देती है।
दास्तान को किनारों कि सोच लहरे देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश इरादे देती है आशाओं को कदमों कि आहट पुकार देती है दिशाओं को अफसानों कि तलाश इरादे देती है जज्बातों से लहरों कि आवाज आस देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है नजारों को अफसानों कि सोच सरगम देती है धाराओं को बदलावों कि पुकार सहारे देती है।

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