Tuesday 28 January 2020

कविता. ३३९०. हर सपने को रोशनी कि।

                                                        हर सपने को रोशनी कि।
हर सपने को रोशनी कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि सुबह उजाले देती है आवाजों को जज्बातों का तराना देती है पुकार को अल्फाजों का इरादा देती है दास्तानों को किनारों कि लहर समझ देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है तरानों को आवाजों कि धून कोशिश देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है।
हर सपने को रोशनी कि समझ दास्ताने देती है अंदाजों को जज्बातों कि कोशिश सहारे देती है दिशाओं को बदलावों का इशारा देती है आस को नजारों का सहारा देती है नजारों को अफसानों कि सोच किनारा देती है अंदाजों को कोशिश कि लहर रोशनी देती है दिशाओं को किनारों कि समझ सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि सुबह उम्मीदे देती है।
हर सपने को रोशनी कि परख किनारे देती है इशारों को अरमानों कि तलाश तराने देती है कदमों को अफसानों का किनारा देती है आवाज को धून का इरादा देती है लहरों को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि पुकार धून देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच रोशनी देती है राहों को अफसानों कि सुबह उम्मीदे देती है।
हर सपने को रोशनी कि खयाल उजाले देती है कदमों को आशाओं कि निशानी समझ देती है दास्तानों को लहरों का तराना देती है अंदाजों को जज्बातों का इशारा देती है आवाजों को खयालों कि धून पुकार देती है जज्बातों को लहरों कि सोच सहारे देती है इरादों को नजारों कि तलाश परख देती है अंदाजों को जज्बातों के मौसम कि सुबह उम्मीदे देती है।
हर सपने को रोशनी कि दास्तान तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है अल्फाजों को जज्बातों का राह देती है तरानों को अरमानों कि तलाश देती है जज्बातों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ इरादे देती है खयालों को कोशिश कि लहर सहारे देती है दास्तानों को लहरों कि सुबह उम्मीदे देती है।
हर सपने को रोशनी कि पुकार सहारे देती है अदाओं को किनारों कि लहर अफसाने देती है आशाओं को कदमों का इशारा देती है जज्बातों को अंदाजों कि कोशिश देती है नजारों को अल्फाजों कि समझ एहसास देती है अंदाजों को नजारों कि आस पुकार देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है किनारों को आवाजों कि सुबह उम्मीदे देती है।
हर सपने को रोशनी कि तलाश इशारे देती है कोशिश को लम्हों कि समझ तराने देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच देती है लहरों को अफसानों कि आस देती है दास्तानों को आशाओं कि निशानी पहचान देती है तरानों को आशाओं कि निशानी सरगम देती है अल्फाजों को किनारों कि समझ आस देती है दिशाओं को अफसानों कि सुबह उम्मीदे देती है।
हर सपने को रोशनी कि उमंग उजाले देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश राहे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि कोशिश देती है अदाओं को किनारों कि समझ देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है नजारों को दिशाओं कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को जज्बातों कि समझ इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सुबह उजाले देती है।
हर सपने को रोशनी कि समझ सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश पुकार देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग मुस्कान देती है अफसानों को खयालों कि सोच सहारे देती है तरानों को अरमानों कि सोच सपने देती है आशाओं को कदमों कि सुबह उजाले देती है।
हर सपने को रोशनी कि पुकार आवाज देती है अंदाजों को अफसानों कि सोच सहारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी देती है राहों को अरमानों कि कोशिश देती है तरानों को आवाजों कि धून अल्फाज देती है आवाजों को समझ कि तलाश परख देती है किनारों को जज्बातों कि कोशिश पहचान देती है लहरों को बदलावों कि सुबह उजाले देती है।

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