Friday 10 January 2020

कविता. ३३५३. हर लम्हा कोई सुबह एहसासों कि।

                                                हर लम्हा कोई सुबह एहसासों कि।
हर लम्हा कोई सुबह एहसासों कि कोशिश देती है दिशाओं को बदलावों कि लहर इशारे देती है अरमानों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है अल्फाजों को अफसानों कि समझ दिशाएं देती है नजारों को अंदाजों कि सौगात सहारे देती है इशारों को जज्बातों कि सरगम धून देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग नजारे देती है तरानों को आशाओं कि सोच देती है।
हर लम्हा कोई सुबह एहसासों कि तलाश देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है खयालों को बदलावों कि समझ परख देती है दिशाओं को आशाओं कि निशानी अंदाज देती है कदमों को अफसानों कि आस इरादे देती है किनारों को लहरों कि उमंग उजाले देती है आशाओं को कदमों कि आहट पहचान देती है अल्फाजों को आशाओं कि सोच देती है।
हर लम्हा कोई सुबह एहसासों कि परख देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश अरमान देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ सरगम देती है कदमों को अफसानों कि सोच तराने देती है लहरों को बदलावों कि समझ इशारे देती है दिशाओं को अफसानों कि परख किनारे देती है अदाओं को नजारों कि तलाश इरादे देती है दिशाओं को आशाओं कि सोच देती है।
हर लम्हा कोई सुबह एहसासों कि अरमान देती है अंदाजों को मुस्कान कि दुनिया आस देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग इशारे देती है किनारों को जज्बातों कि तलाश सहारे देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है अंदाजों को अरमानों कि कोशिश परख देती है राहों को अफसानों कि समझ तलाश देती है अंदाजों को आशाओं कि सोच देती है।
हर लम्हा कोई सुबह एहसासों कि तलाश देती है आवाजों को तरानों कि सोच सरगम देती है अदाओं को दास्तानों कि परख सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट सरगम देती है लहरों को बदलावों कि कोशिश राह देती है आशाओं को कदमों कि सौगात तलाश देती है एहसासों को नजारों कि सोच तराने देती है दास्तानों को आशाओं कि सोच देती है।
हर लम्हा कोई सुबह एहसासों कि किनारे देती है दिशाओं को अदाओं कि पुकार आवाज देती है राहों को अल्फाजों कि सोच किनारे देती है अंदाजों को अफसानों कि परख सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि समझ इशारे देती है अरमानों को कदमों कि सौगात तलाश देती है अंदाजों को जज्बातों कि समझ एहसास देती है कदमों को आशाओं कि सोच देती है।
हर लम्हा कोई सुबह एहसासों कि नजारे देती है अंदाजों को किनारों कि समझ तलाश देती है दिशाओं को अफसानों कि राह खयाल देती है कदमों को अरमानों कि समझ सपने देती है खयालों को बदलावों कि तलाश इरादे देती है अदाओं को नजारों कि तलाश इरादे देती है अल्फाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है जज्बातों को आशाओं कि सोच देती है।
हर लम्हा कोई सुबह एहसासों कि कोशिश देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग पुकार देती है जज्बातों को अल्फाजों कि सरगम धून देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ पहचान देती है कदमों को आशाओं कि सौगात तलाश देती है जज्बातों को अल्फाजों कि सरगम धून देती है कदमों को अफसानों कि समझ राहे देती है दिशाओं को आशाओं कि सोच देती है।
हर लम्हा कोई सुबह एहसासों कि सोच देती है आवाजों को खयालों कि कोशिश परख देती है अरमानों को कदमों कि आहट सपने देती है आशाओं को इशारों कि समझ तराने देती है अरमानों को कदमों कि आहट सपने देती है अरमानों को किनारों कि लहर पहचान देती है दिशाओं को आवाजों कि धून सरगम देती है दास्तानों को आशाओं कि सोच देती है।
हर लम्हा कोई सुबह एहसासों कि राह देती है दिशाओं को अरमानों कि तलाश इरादे देती है किनारों को लहरों कि उमंग पहचान देती है कोशिश को अरमानों कि सरगम धून देती है एहसासों को खयालों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि परख इरादे देती है लहरों को बदलावों कि कोशिश पहचान देती है तरानों को आशाओं कि सोच देती है।

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