Saturday 25 January 2020

कविता. ३३८३. हर नजारे को खयालों कि।

                                                        हर नजारे को खयालों कि।
हर नजारे को खयालों कि सौगात सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तराने देती है कदमों को आशाओं कि निशानी इशारे देती है एहसासों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है लहरों को बदलावों कि सोच सहारे देती है सपनों को उम्मीदों कि कोशिश किनारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट के एहसासों कि रोशनी उजाले देती है।
हर नजारे को खयालों कि सोच इशारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है लहरों को बदलावों कि समझ अफसाने देती है दिशाओं को अल्फाजों कि पुकार उम्मीदे देती है दास्तानों को अरमानों कि तलाश सपने देती है दिशाओं को उजालों कि रोशनी राहे देती है अफसानों को खयालों कि सुबह के किनारों कि रोशनी उजाले देती है।
हर नजारे को खयालों कि सुबह किनारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को जज्बातों कि समझ सपने देती है अफसानों को आशाओं कि निशानी अदाएं देती है एहसासों को किनारों कि राह के कदमों कि रोशनी उजाले देती है।
हर नजारे को खयालों कि सरगम धून देती है आवाजों को इशारों कि पहचान अदाएं देती है आशाओं को दिशाओं कि सुबह तराने देती है अरमानों को कदमों कि आहट सौगात देती है जज्बातों को अल्फाजों कि कोशिश परख देती है अल्फाजों को लहरों कि परख सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह के अंदाजों कि रोशनी उजाले देती है।
हर नजारे को खयालों कि कोशिश समझ देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है अदाओं को किनारों कि सोच अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है अंदाजों को दास्तानों कि सरगम पहचान देती है कदमों को आशाओं कि निशानी आस देती है लहरों को अफसानों कि सोच के इशारों कि रोशनी उजाले देती है।
हर नजारे को खयालों कि परख आस देती है लहरों को अफसानों कि सोच सहारे देती है इशारों को जज्बातों कि तलाश पहचान देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को जज्बातों कि सौगात सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश अदाएं देती है दिशाओं को अल्फाजों कि तलाश के एहसासों कि रोशनी उजाले देती है।
हर नजारे को खयालों कि अदाएं सरगम देती है किनारों को लहरों कि कोशिश तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि पुकार आवाज देती है आशाओं को लहरों कि उमंग इशारे देती है अल्फाजों को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है राहों को अरमानों कि सुबह के सपनों कि रोशनी उजाले देती है।
हर नजारे को खयालों कि तलाश सहारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच किनारे देती है लहरों को अल्फाजों कि सुबह उम्मीदे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश दास्ताने देती है आशाओं को कदमों कि आहट के अरमानों कि रोशनी उजाले देती है।
हर नजारे को खयालों कि सोच आवाज देती है अंदाजों को जज्बातों कि राह किनारे देती है लहरों को बदलावों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को एहसासों कि समझ सरगम देती है अफसानों को लहरों कि उमंग इशारे देती है तरानों को आवाजों कि सुबह उम्मीदे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश के एहसासों कि रोशनी उजाले देती है।
हर नजारे को खयालों कि कोशिश परख देती है आशाओं को दिशाओं कि सोच पुकार देती है आवाजों को जज्बातों कि सुबह उम्मीदे देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ अदाएं देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है जज्बातों को अल्फाजों कि सोच के किनारों कि रोशनी उजाले देती है।

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