Tuesday 21 January 2020

कविता. ३३७५. हर नजारे को मुस्कान कि उमंग।

                                              हर नजारे को मुस्कान कि उमंग।
हर नजारे को मुस्कान कि उमंग इशारे देती है एहसासों को कदमों कि आहट पुकार देती है दिशाओं को लम्हों कि दुनिया अरमान जगाती है अफसानों को जज्बातों कि सौगात तराने देती है अंदाजों को अल्फाजों कि सोच आशाएं देती है राहों को अरमानों कि तलाश सपने देती है उजालों को बदलावों कि कोशिश इरादे देती है दिशाओं को खुशियों कि राहे देती है।
हर नजारे को मुस्कान कि उमंग पहचान देती है कोशिश को लम्हों कि सुबह रोशनी देती है दास्तानों को लहरों कि सरगम धून सुनाती है तरानों को किनारों कि सोच अल्फाज देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ अदाएं देती है खयालों को बदलावों कि सुबह दिशाएं देती है जज्बातों को आशाओं कि निशानी तराने देती है लहरों को खुशियों कि राहे देती है।
हर नजारे को मुस्कान कि उमंग दास्तान देती है आशाओं को दिशाओं कि आस पुकार देती है अंदाजों को अफसानों कि राह इशारे देती है कदमों को अरमानों कि सरगम धून देती है जज्बातों को दास्तानों कि परख सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच खयाल देती है आवाजों को तरानों कि पुकार सरगम देती है दिशाओं को खुशियों कि राहे देती है।
हर नजारे को मुस्कान कि उमंग अफसाने देती है राहों को दास्तानों कि परख आस देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है अल्फाजों को लहरों कि समझ एहसास देती है किनारों को जज्बातों कि सोच खयाल देती है अरमानों को सपनों कि कोशिश आस देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को खुशियों कि राहे देती है।
हर नजारे को मुस्कान कि उमंग तराने देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ इशारे देती है अदाओं को सपनों कि दुनिया आस देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है अल्फाजों को किनारों कि समझ एहसास देती है कदमों को आशाओं कि निशानी पहचान देती है अदाओं को खुशियों कि राहे देती है।
हर नजारे को मुस्कान कि उमंग इशारे देती है अरमानों को कदमों कि आहट परख देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को आशाओं कि दुनिया आस देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ आस देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तलाश देती है अदाओं को अरमानों कि तलाश सपने देती है दास्तानों को खुशियों कि राहे देती है।
हर नजारे को मुस्कान कि उमंग पुकार देती है किनारों को लहरों कि दुनिया सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है अंदाजों को अफसानों कि सुबह कोशिश देती है दास्तानों को अरमानों कि तलाश सहारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सरगम धून देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ तलाश देती है आवाजों को खुशियों कि राहे देती है।
हर नजारे को मुस्कान कि उमंग परख देती है दिशाओं को अल्फाजों कि सोच समझ देती है लहरों को अंदाजों कि कोशिश पहचान देती है कदमों को आशाओं कि निशानी तलाश देती है अरमानों को कदमों कि आहट सपने देती है अफसानों को खयालों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को अदाओं कि सुबह उम्मीदे देती है अदाओं को खुशियों कि राहे देती है।
हर नजारे को मुस्कान कि उमंग इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि दुनिया आस देती है दिशाओं को राहों कि परख आस देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है किनारों को अंदाजोंं कि तलाश सहारे देती है जज्बातों को बदलावों कि सोच सहारे देती है अरमानों को सपनों कि दुनिया उजाले देती है अल्फाजों को खुशियों कि राहे देती है।
हर नजारे को मुस्कान कि उमंग तराने देती है खयालों को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है अदाओं को लहरों कि दुनिया सहारे देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ परख देती है आशाओं को दिशाओं कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि पुकार समझ देती है तरानों को आवाजों कि धून आस देती है दास्तानों को खुशियों कि राहे देती है।

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