Monday 27 January 2020

कविता. ३३८७. हर किनारे संग खयालों कि।

                                                     हर किनारे संग खयालों कि।
हर किनारे संग खयालों कि दिशाएं तलाश देती है कदमों को आशाओं कि सौगात सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सरगम पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच तराने देती है अरमानों को अदाओं कि पहचान इशारे देती है अल्फाजों को सपनों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को बदलावों कि आस देती है।
हर किनारे संग खयालों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि पूंजी राहे देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच सहारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी पुकार देती है अंदाजों को दास्तानों कि परख आस देती है अरमानों को आवाजों कि धून सरगम देती है उजालों को आशाओं कि निशानी अफसाने देती है लहरों को बदलावों कि आस देती है।
हर किनारे संग खयालों कि निशानी पुकार देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच इशारे देती है कदमों को आशाओं कि लहर कोशिश देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है अंदाजों को जज्बातों कि निशानी अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को बदलावों कि आस देती है।
हर किनारे संग खयालों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ दास्ताने देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश समझ देती है अदाओं को लहरों कि निशानी नजारे देती है अरमानों को सपनों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि पुकार आवाज देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है कदमों को बदलावों कि आस देती है।
हर किनारे संग खयालों कि समझ सपने देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है अरमानों को कदमों कि आहट सौगात देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सरगम देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच सहारे देती है अदाओं को लहरों कि उमंग इशारे देती है जज्बातों को अल्फाजों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस देती है।
हर किनारे संग खयालों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि सोच उमंग देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ उम्मीद देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ राह देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है दास्तानों को अफसानों कि उमंग इशारे देती है राहों को बदलावों कि आस देती है।
हर किनारे संग खयालों कि परख इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह उजाले देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग उजाले देती है दिशाओं को एहसासों कि रोशनी उम्मीदे देती है दिशाओं को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सौगात देती है आशाओं को बदलावों कि आस देती है।
हर किनारे संग खयालों कि उम्मीद तराने देती है आवाजों को जज्बातों कि तलाश राहे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश अरमान देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ सहारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी राहे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है कोशिश को लम्हों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस देती है।
हर किनारे संग खयालों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि रोशनी उम्मीदे देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग इशारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि समझ पुकार देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश पुकार देती है जज्बातों को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है दास्तानों को बदलावों कि आस देती है।
हर किनारे संग खयालों कि समझ पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सहारे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है कदमों को आशाओं कि निशानी उमंग देती है आवाजों को अरमानों कि तलाश सपने देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ सहारे देती है दिशाओं को आशाओं कि निशानी उम्मीदे देती है राहों को बदलावों कि आस देती है।

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