Saturday 4 January 2020

कविता. ३३४२. परख को अफसानों कि कोशिश।

                                             परख को अफसानों कि कोशिश।
परख को अफसानों कि कोशिश अरमान देती है दास्तानों को जज्बातों कि सुबह उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तलाश देती है आशाओं को कदमों कि सौगात इशारे देती है अंदाजों को अफसानों कि कोशिश दिशाएं देती है अल्फाजों को एहसासों कि समझ पुकार देती है अरमानों को लम्हों कि कोशिश पहचान देती है अदाओं को सोच के सहारे देती है।
परख को अफसानों कि कोशिश पहचान देती है किनारों को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है अंदाजों को अल्फाजों कि सरगम परख देती है दिशाओं को खयालों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को आशाओं कि निशानी तराने देती है अंदाजों को नजारों कि समझ अल्फाज देती है दिशाओं को अफसानों कि सुबह उम्मीदे देती है दास्तानों को सोच सहारे देती है।
परख को अफसानों कि कोशिश जज्बात देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तलाश देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ सुबह देती है सपनों को अरमानों कि तलाश इरादे देती है किनारों को जज्बातों कि सोच सपने देती है अल्फाजों को बदलावों कि समझ कोशिश देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग इशारे देती है आवाजों को सोच सहारे देती है।
परख को अफसानों कि कोशिश किनारे देती है अंदाजों को नजारों कि सुबह उम्मीदे देती है आशाओं को कदमों कि आहट अरमान देती है आवाजों को अरमानों कि कोशिश तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात इशारे देती है अंदाजों को किनारों कि लहर आस देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सौगात देती है एहसासों को सोच सहारे देती है।
परख को अफसानों कि कोशिश नजारे देती है दास्तानों को जज्बातों कि तलाश इरादे देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ अरमान देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है लहरों को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है दास्तानों को सोच सहारे देती है।
परख को अफसानों कि कोशिश दास्ताने देती है कदमों को आशाओं कि सौगात इशारे देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ तलाश देती है अंदाजों को अफसानों कि सुबह पुकार देती है खयालों को नजारों कि सोच पहचान देती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है दिशाओं को तरानों कि आस जज्बात देती है अदाओं को सोच सहारे देती है।
परख को अफसानों कि कोशिश तराने देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ दास्ताने देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सहारे देती है अदाओं को नजारों कि सोच अल्फाज देती है दिशाओं को बदलावों कि पुकार सहारे देती है खयालों को बदलावों कि कोशिश समझ देती है अरमानों को नजारों कि तलाश इरादे देती है अंदाजों को सोच सहारे देती है।
परख को अफसानों कि कोशिश लहरे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है आशाओं को दिशाओं कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि समझ दास्ताने देती है किनारों को जज्बातों कि सुबह उम्मीदे देती है तरानों को आवाजों कि धून अल्फाज देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच पहचान देती है आशाओं को सोच सहारे देती है।
परख को अफसानों कि कोशिश दास्ताने देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है तरानों को किनारों कि लहर अरमान देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को आशाओं कि निशानी खयाल देती है अंदाजों को तरानों कि कोशिश तलाश देती है अल्फाजों को उम्मीदों कि निशानी राह देती है दिशाओं को सोच सहारे देती है।
परख को अफसानों कि कोशिश इशारे देती है कदमों को आशाओं कि निशानी तराने देती है कदमों को आशाओं कि समझ तलाश देती है खयालों को नजारों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को तरानों कि सोच सौगात देती है अरमानों को कदमों कि आहट एहसास देती है अंदाजों को नजारों कि पहचान आस देती है तरानों को सोच सहारे देती है।

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