Sunday 5 January 2020

कविता. ३३४३. हर अरमान को कोशिश कि।

                                                        हर अरमान को कोशिश कि।
हर अरमान को कोशिश कि सरगम इरादे देती है दिशाओं को एहसासों कि राह किनारे देती है जज्बातों को कदमों कि आहट पुकार देती है दिशाओं को अरमानों कि राह इशारे देती है जज्बातों को लम्हों कि सोच दिशाएं देती है किनारों को जज्बातों कि सरगम धून देती है किनारों को जज्बातों कि तलाश इरादे देती है कदमों को आशाओं कि सौगात सहारे देती है।
हर अरमान को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है इशारों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है लहरों को बदलावों कि समझ दास्तान देती है कदमों को आशाओं कि निशानी खयाल देती है किनारों को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि समझ सहारे देती है आशाओं को कदमों कि सौगात तलाश देती है अंदाजों कि सौगात सहारे देती है।
हर अरमान को कोशिश कि लहर अफसाने देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ तराने देती है किनारों को लहरों कि उमंग परख देती है लहरों को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को उम्मीदों कि निशानी उमंग देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह समझ देती है अंदाजों को नजारों कि पहचान तराने देती है दास्तानों कि सौगात सहारे देती है।
हर अरमान को कोशिश कि परख खयाल देती है अंदाजों को नजारों कि सौगात इशारे देती है अदाओं को कदमों कि आहट सुनाई देती है अल्फाजों को तरानों कि सोच धून देती है दिशाओं को उजालों कि रोशनी उमंग देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सरगम देती है आशाओं को लहरों कि तलाश इरादे देती है जज्बातों कि सौगात सहारे देती है।
हर अरमान को कोशिश कि पहचान तराने देती है अदाओं को दास्तानों कि परख इरादे देती है जज्बातों को अल्फाजों कि समझ किनारे देती है आस को दास्तानों कि समझ तराने देती है कोशिश को लम्हों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को बदलावों कि तलाश इरादे देती है आवाजों को जज्बातों कि समझ आस देती है दिशाओं कि सौगात सहारे देती है।
हर अरमान को कोशिश कि लहर आस देती है उजालों को आशाओं कि निशानी राहे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है कोशिश को लम्हों कि पहचान अदाएं देती है आशाओं को खयालों कि सोच इशारे देती है अफसानों को जज्बातों कि सुबह एहसास देती है दिशाओं को बदलावों कि आवाज पुकार देती है आशाओं कि सौगात सहारे देती है।
हर अरमान को कोशिश कि आवाज पुकार देती है उम्मीदों को एहसासों कि सुबह उम्मीदे देती है दास्तानों को अफसानों कि लहर सपने देती है किनारों को खयालों कि सुबह उजाले देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है आशाओं को कदमों कि परख लहरे देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ तलाश देती है अदाओं कि सौगात सहारे देती है।
हर अरमान को कोशिश कि समझ तराने देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ किनारे देती है जज्बातों को अल्फाजों कि सोच परख देती है कोशिश को लम्हों कि पुकार आवाज देती है आशाओं को कदमों कि आहट अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ आस देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अंदाजों कि सौगात सहारे देती है।
हर अरमान को कोशिश कि अदाएं नजारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश इरादे देती है आवाजों को जज्बातों कि समझ परख देती है दिशाओं को अफसानों कि सरगम धून देती है दिशाओं को जज्बातों कि कोशिश आस देती है दास्तानों को अंदाजों कि परख तलाश देती है अंदाजों को नजारों कि सुबह उजाले देती है दिशाओं कि सौगात सहारे देती है।
हर अरमान को कोशिश कि परख अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है अंदाजों को नजारों कि समझ हवाएं देती है तरानों को जज्बातों कि सोच अफसाने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच खयाल देती है जज्बातों को कदमों कि आहट पुकार देती है आशाओं को किनारों कि लहर आस देती है दास्तानों कि सौगात सहारे देती है।

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