Sunday 26 January 2020

कविता. ३३८६. नजारों को मौसम कि।

                                                            नजारों को मौसम कि।
नजारों को मौसम कि तलाश तराने देती है अंदाजों को आशाओं कि सोच इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उम्मीदे देती है किनारों को जज्बातों कि सरगम सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट इशारे देती है दिशाओं को अफसानों कि कोशिश राहे देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है अरमानों को कदमों कि आहट इशारे देती है।
नजारों को मौसम कि समझ सहारे देती है आशाओं को लहरों कि उमंग तराने देती है अंदाजों को नजारों कि सौगात तलाश देती है नजारों को अफसानों कि सोच इरादे देती है दिशाओं को बदलावों कि सरगम पुकार देती है आशाओं को लहरों कि पहचान अदाएं देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच इशारे देती है।
नजारों को मौसम कि परख किनारे देती है राहों को खयालों कि सोच उजाले देती है तरानों को आशाओं कि निशानी दास्तान देती है अंदाजों को लम्हों कि तलाश अदाएं देती है किनारों को जज्बातों कि मुस्कान कोशिश देती है अफसानों को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है इशारों को राहों कि निशानी सपने देती है अंदाजों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती है।
नजारों को मौसम कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को रोशनी कि समझ अफसाने देती है अल्फाजों को लहरों कि उमंग तराने देती है आवाजों को अरमानों कि तलाश सपने देती है सपनों को अदाओं कि सुबह तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि निशानी आस देती है लहरों को अफसानों कि समझ सहारे देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है।
नजारों को मौसम कि सोच इरादे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह तराने देती है अंदाजों को अफसानों कि निशानी दास्ताने देती है आशाओं को कदमों कि सौगात अरमान देती है दिशाओं को बदलावों कि सरगम धून देती है अंदाजों को नजारों कि पुकार सहारे देती है दिशाओं को लहरों कि उमंग लहरे देती है खयालों को कोशिश कि परख इशारे देती है।
नजारों को मौसम कि पुकार आवाज देती है अंदाजों को जज्बातों कि निशानी आस देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह उम्मीदे देती है किनारों को लहरों कि उमंग दास्तान देती है अल्फाजों को दिशाओं कि समझ आस देती है कोशिश को मुस्कान कि दुनिया पुकार देती है आशाओं को अदाओं कि पुकार अल्फाज देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह इशारे देती है।
नजारों को मौसम कि सोच लहरे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच परख देती है राहों को अरमानों कि सरगम धून देती है दास्तानों को जज्बातों कि तलाश अरमान देती है किनारों को अदाओं कि पुकार आवाज देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ आस देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश पहचान देती है अफसानों को खयालों कि पुकार किनारे देती है।
नजारों को मौसम कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को तरानों कि पुकार आवाज देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ परख देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश सरगम देती है अफसानों को सपनों कि आस दिशाएं देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है जज्बातों को आवाजों कि धून सरगम देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ किनारे देती है।
नजारों को मौसम कि लहर आस देती है सपनों को आशाओं कि निशानी परख देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सुबह आस देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि परख इरादे देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच किनारे देती है।
नजारों को मौसम कि समझ लहरे देती है आवाजों को जज्बातों कि पुकार खयाल देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को लहरों कि उमंग तराने देती है दास्तानों को लहरों कि कोशिश सहारे देती है अदाओं को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सुबह किनारे देती है।


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