Saturday 15 August 2020

कविता. ३६९१. दास्तान को सपनों कि सुबह।

                                                             दास्तान को सपनों कि सुबह। 

दास्तान को सपनों कि सुबह पुकार देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है दिशाओं को बदलावों कि रोशनी उजाले देती है आवाजों को लम्हों कि पहचान आस देती है लहरों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है कदमों को अंदाजों कि रोशनी अहमियत देती है तरानों को अरमानों कि सौगात दिशाओं को सहारे देती है।

दास्तान को सपनों कि सुबह आस देती है आशाओं को खयालों कि सोच दिशाएं देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है किनारों को सपनों कि सुबह सरगम देती है अंदाजों को खयालों कि समझ जज्बात देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ आस देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तरानों को सहारे देती है।

दास्तान को सपनों कि सुबह कोशिश देती है दिशाओं को बदलावों कि राह सपने देती है कदमों को अंदाजों कि सरगम पुकार देती है रोशनी को अल्फाजों कि परख सौगात देती है आशाओं को दिशाओं कि उमंग पहचान देती है नजारों को अरमानों कि उमंग आस देती है इरादों को अंदाजों कि राह अफसानों को सहारे देती है।

दास्तान को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को अंदाजों कि रोशनी उजाले देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तलाश देती है इशारों को नजारों कि सोच अदाएं देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तराने देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तराने देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात तरानों को सहारे देती है।

दास्तान को सपनों कि सुबह किनारे देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है नजारों को अफसानों कि सोच सरगम देती है कदमों को खयालों कि सौगात उजाले देती है एहसासों को अल्फाजों कि उमंग परख देती है रोशनी को अल्फाजों कि उम्मीद कोशिश देती है नजारों को अरमानों कि उम्मीद एहसासों को सहारे देती है।

दास्तान को सपनों कि सुबह सरगम देती है आशाओं को दास्तानों कि उम्मीद तलाश देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख बदलाव देती है उजालों को कोशिश कि सरगम धून देती है इशारों को जज्बातों कि आस पहचान देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है अंदाजों को सपनों कि राह बदलावों को सहारे देती है।

दास्तान को सपनों कि सुबह नजारे देती है दिशाओं को बदलावों कि रोशनी उमंग देती है कदमों को अंदाजों कि उम्मीद तलाश देती है उम्मीदों को सौगात कि सुबह अल्फाज देती है इरादों को अरमानों कि समझ सपने देती है लहरों को तरानों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को आशाओं कि सौगात एहसासों को सहारे देती है।

दास्तान को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख जज्बात देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अफसाने देती है नजारों को कदमों कि आहट अदाएं देती है किनारों को आशाओं कि कहानी पुकार देती है इरादों को सपनों कि पहचान आस देती है कदमों को खयालों कि सोच आवाजों को सहारे देती है।

दास्तान को सपनों कि सुबह कोशिश देती है इरादों को नजारों कि पहचान पुकार देती है कदमों को अंदाजों कि रोशनी उजाले देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग अहमियत देती है दिशाओं को बदलावों कि उम्मीद तराने देती है किनारों को लहरों कि राह अफसाने देती है नजारों को अफसानों कि कहानी आशाओं को सहारे देती है।

दास्तान को सपनों कि सुबह आस देती है अंदाजों को कोशिश कि सरगम परख देती है आशाओं के दिशाओं को किनारों कि सोच सरगम देती है नजारों को अरमानों कि समझ परख देती है लहरों को तरानों कि रोशनी उमंग देती है उजालों को जज्बातों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को लहरों कि पहचान एहसासों को सहारे देती है।



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