Saturday 1 August 2020

कविता. ३६६३. किनारों को लहरों कि सौगात।

                                                                           किनारों को लहरों कि सौगात।
किनारों को लहरों कि सौगात पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अफसाने देती है अदाओं को किनारों कि सोच सरगम देती है एहसासों को अल्फाजों कि परख अरमान देती है दिशाओं को खयालों कि समझ परख देती है कदमों को आवाजों कि धून तराने देती है नजारों को अफसानों कि सुबह देती है।
किनारों को लहरों कि सौगात तलाश देती है उजालों को नजारों कि सोच दिशाएं देती है आवाजों को लम्हों कि सरगम पुकार देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है बदलावों को अदाओं कि उम्मीद तराने देती है आशाओं को खयालों कि समझ पहचान देती है इरादों को अफसानों कि सुबह देती है।
किनारों को लहरों कि सौगात रोशनी देती है इरादों को अरमानों कि समझ पहचान देती है इशारों को अल्फाजों कि समझ कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि सुबह अदाएं देती है आवाजों को तरानों कि राह जज्बात देती है दिशाओं को अंदाजों कि रोशनी उजाले देती है आशाओं को अफसानों कि सुबह देती है।
किनारों को लहरों कि सौगात पुकार देती है अंदाजों को कोशिश कि परख एहसास देती है दास्तानों को अरमानों कि उमंग परख देती है अरमानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है लहरों को जज्बातों कि आस पहचान देती है एहसासों को अल्फाजों कि परख सौगात देती है दिशाओं को अफसानों कि सुबह देती है।
किनारों को लहरों कि सौगात उजाले देती है अदाओं को किनारों कि सोच इशारे देती है रोशनी को नजारों कि परख सौगात देती है आवाजों को लम्हों कि सुबह मुस्कान देती है इरादों को अंदाजों कि उम्मीद तलाश देती है तरानों को अरमानों कि सौगात तलाश देती है एहसासों को अफसानों कि सुबह देती है।
किनारों को लहरों कि सौगात परख देती है दास्तानों को आशाओं कि कहानी पुकार देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तलाश देती है नजारों को अफसानों कि सुबह सरगम देती है कोशिश को अदाओं कि सौगात पहचान देती है बदलावों को खयालों कि सोच दिशाएं देती है आशाओं को अफसानों कि सुबह देती है।
किनारों को लहरों कि सौगात तलाश देती है तरानों को अरमानों कि समझ पहचान देती है जज्बातों को सपनों कि राह इशारे देती है कदमों को खयालों कि सोच इरादे देती है अंदाजों को खयालों कि समझ मुस्कान देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तराने देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह देती है।
किनारों को लहरों कि सौगात कोशिश देती है उजालों को तरानों कि रोशनी उम्मीद देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है आवाजों को लम्हों कि पहचान कोशिश देती है इशारों को नजारों कि सोच दिशाएं देती है आशाओं को खयालों कि सौगात तलाश देती है नजारों को अफसानों कि सुबह देती है।
किनारों को लहरों कि सौगात उजाले देती है इरादों को दिशाओं कि उमंग अरमान देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस पहचान देती है इशारों को नजारों कि सोच दिशाएं देती है अंदाजों को खयालों कि समझ परख देती है आशाओं को रोशनी कि धून तराने देती है लहरों को अफसानों कि सुबह देती है।
किनारों को लहरों कि सौगात अरमान देती है अंदाजों को कोशिश कि पहचान सहारे देती है अदाओं को सपनों कि उम्मीद तराने देती है अल्फाजों को कदमों कि आहट रोशनी देती है खयालों को अंदाजों कि राह समझ देती है नजारों को अफसानों कि उम्मीद खयाल देती है एहसासों को अफसानों कि सुबह देती है।

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