Sunday 30 August 2020

कविता. ३७२२. किसी किनारे पर कोई आवाज।

                                                                   किसी किनारे पर कोई आवाज।

किसी किनारे पर कोई आवाज एहसास जगाती है आशाओं कि मंजिल जज्बात दिलाती है कदमों को खयालों कि सरगम धून देकर जाती है उम्मीदों को कोशिश कि पुकार रोशनी देती है इरादों को सपनों कि समझ अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि रोशनी उमंग देती है आशाओं को दास्तानों कि सौगात पहचान देती है।

किसी किनारे पर कोई आवाज दास्तान जगाती है अदाओं कि सौगात उमंग देती है अरमानों को तरानों कि राह अफसाने दिलाती है कदमों को खयालों कि रोशनी सरगम देती है अंदाजों को लहरों कि सोच दिशाएं देती है आशाओं को नजारों कि सुबह मुस्कान देती है एहसासों को सपनों कि आहट के आवाजों कि धून पहचान देती है।

किसी किनारे पर कोई आवाज कोशिश जगाती है दिशाओं कि उम्मीद तलाश देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख पुकार देती है आशाओं को दास्तानों कि सौगात उजाले देती है अदाओं को खयालों कि समझ सुबह देती है जज्बातों को अरमानों कि उम्मीद कोशिश देती है तरानों के कदमों को लहरों कि अहमियत पहचान देती है।

किसी किनारे पर कोई आवाज अंदाज जगाती है आशाओं कि सोच सरगम देती है अदाओं को लहरों कि सौगात तलाश देती है अरमानों को दिशाओं कि उमंग परख देती है सपनों को कोशिश कि सरगम धून देती है कदमों के कोशिश खयालों कि सोच सरगम देती है आशाओं के अरमानों को बदलावों कि कहानी पहचान देती है।

किसी किनारे पर कोई आवाज रोशनी जगाती है अंदाजों कि उम्मीद तराने देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस तराने देती है एहसासों को अल्फाजों कि पुकार कोशिश देती है रोशनी को अल्फाजों कि समझ सहारे देती है इशारों को नजारों कि कोशिश बदलाव देती है इरादों के अफसानों को जज्बातों कि सुबह ‌पहचान देती है।

किसी किनारे पर कोई आवाज लहर जगाती है अरमानों कि धून नजारे देती है आशाओं को दास्तानों कि सौगात उमंग देती है उजालों को नजारों कि समझ सरगम देती है लहरों को अफसानों कि कहानी परख देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी आस देती है रोशनी को अरमानों के बदलावों कि सोच पहचान देती है।

किसी किनारे पर कोई आवाज तराने जगाती है अदाओं कि सौगात तलाश देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पुकार देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है कदमों को खयालों कि सोच दिशाएं देती है कदमों को खयालों कि समझ इशारे देती है इरादों से एहसासों को जज्बातों के आवाजों कि अहमियत पहचान देती है।

किसी किनारे पर कोई आवाज कोशिश जगाती है इरादों कि राह अफसाने देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तराने देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है आशाओं को सपनों कि राह अल्फाज देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है आशाओं को खयालों कि सरगम के संग दिशाओं कि पहचान देती है।

किसी किनारे पर कोई आवाज दिशाएं जगाती है आशाओं कि उम्मीद तराने देती है नजारों को अरमानों कि समझ सुबह देती है इशारों को अल्फाजों कि परख सौगात देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सरगम देती है कदमों को खयालों कि सुबह आस देती है अरमानों को अंदाजों कि समझ के संग तरानों कि पहचान देती है।

किसी किनारे पर कोई आवाज एहसास जगाती है एहसासों कि कोशिश पुकार देती है लहरों को तरानों कि आस नजारे देती है अरमानों को कदमों कि आहट पुकार देती है आशाओं को खयालों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को तरानों कि सरगम आशाएं देती है इरादों को अरमानों कि तलाश के संग अल्फाजों कि पहचान देती है।

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