Tuesday 20 October 2020

कविता. ३८२३. किनारों को आशाओं कि समझ।

                                                           किनारों को आशाओं कि समझ। 

किनारों को आशाओं कि समझ सपने सुहाने देती है एहसासों कि गलियों को मुस्कान कि राह देती है  इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह दिशाएं देती है आस को एहसासों कि कोशिश पुकार देती है आशाओं को खयालों कि सोच सरगम देती है अंदाजों को दास्तानों कि उम्मीद तराने देती है।

किनारों को आशाओं कि समझ बदलाव देती है इरादों कि गलियों को सपनों कि सुबह देती है कोशिश को अल्फाजों कि पहचान आस देती है कदमों को खयालों कि सोच सरगम देती है जज्बातों को अरमानों कि समझ सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह आस देती है कदमों को अफसानों कि कहानी तराने देती है।

किनारों को आशाओं कि समझ तलाश देती है अरमानों कि गलियों को बदलावों कि सरगम देती है उजालों को नजारों कि सोच दिशाएं देती है लहरों को बदलावों कि उम्मीद सौगात देती है कोशिश संग दिशाओं को सपनों कि सुबह सरगम देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पुकार देती है बदलावों को कदमों कि आहट तराने देती है।

किनारों को आशाओं कि समझ कोशिश देती है लहरों कि गलियों को तरानों कि उम्मीद देती है उम्मीदों को आवाजों कि धून तलाश देती है आशाओं को खयालों कि सोच सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि उम्मीद अफसाने देती है दास्तानों को जज्बातों कि सुबह मुस्कान देती है नजारों को अरमानों कि उमंग तराने देती है।

किनारों को आशाओं कि समझ सुबह देती है दास्तानों कि गलियों को खयालों कि सौगात देती है लहरों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सरगम देती है तरानों को सपनों कि सुबह आस देती है अंदाजों को बदलावों कि परख सौगात देती है अरमानों को जज्बातों कि पहचान तराने देती है।

किनारों को आशाओं कि समझ सरगम देती है खयालों कि गलियों को बदलावों कि पुकार देती है जज्बातों को आवाजों कि धून सपने देती है दिशाओं को एहसासों कि कोशिश परख देती है कदमों को अंदाजों कि रोशनी पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है कदमों को आवाजों कि सरगम तराने देती है।

किनारों को आशाओं कि समझ दिशाएं देती है मुस्कान कि गलियों को सपनों कि सुबह देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है अल्फाजों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है अफसानों को जज्बातों कि आस पहचान देती है रोशनी को नजारों कि समझ पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह तराने देती है।

किनारों को आशाओं कि समझ कोशिश देती है अफसानों कि गलियों को आवाजों कि धून देती है लहरों को दास्तानों कि उम्मीद तलाश देती है अंदाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है एहसासों को खयालों कि सोच संग परख दिशाएं देती है आवाजों को लहरों कि उमंग परख देती है कोशिश को अल्फाजों कि पहचान तराने देती है।

किनारों को आशाओं कि समझ उम्मीद देती है दास्तानों कि गलियों को बदलावों कि कोशिश देती है इशारों को अल्फाजों कि परख सौगात देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह आस देती है अदाओं को किनारों कि कहानी सौगात देती है इरादों को अरमानों कि उम्मीद तराने देती है।

किनारों को आशाओं कि समझ नजारे देती है रोशनी कि गलियों को नजारों कि उम्मीद देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है कदमों को खयालों कि सौगात तलाश देती है अरमानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह मुस्कान देती है बदलावों को खयालों कि पहचान तराने देती है।

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