Saturday 10 October 2020

कविता. ३८०४. हर खयाल से उम्मीदों कि।

                                                                    हर खयाल से उम्मीदों कि।

हर खयाल‌ से उम्मीदों कि धाराएं बनती है जो जीवन के हर इशारे को उमंग देती है किनारों संग आगे बढने कि कोशिश इरादे देती है जज्बातों को अरमानों कि समझ सौगात देती है तरानों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अदाएं देती है दास्तानों को अल्फाजों कि परख सौगात देती है अदाओं से समझ देती है।

हर खयाल से उम्मीदों कि सोच मिलती है जो तराने से हर लहर को रोशनी देती है कदमों संग दास्तानों कि सरगम धून देती है इरादों को अंदाजों कि रोशनी सपने देती है अदाओं को एहसासों कि सोच दिशाएं देती है अंदाजों को कोशिश कि लहर बदलाव देती है एहसासों को सपनों कि पहचान आस देती है अफसानों ‌से समझ देती है।

हर खयाल से उम्मीदों कि सरगम बनती है जो सपनों से हर कोशिश को सुबह देती है रोशनी संग अरमानों कि सोच सहारे देती है नजारों को बदलावों कि राह तलाश देती है किनारों को आशाओं कि कहानी सुबह देती है आवाजों को लम्हों कि पुकार जज्बात देती है इशारों को कदमों कि आहट दास्तान देती है लहरों से समझ देती है।

हर खयाल से उम्मीदों कि सुबह मिलती है जो दास्तानों से हर आवाज को पुकार देती है अंदाजों संग एहसासों कि रोशनी सपने देती है दिशाओं को लहरों कि उम्मीद आस देती है अल्फाजों को कदमों कि आस परख देती है नजारों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तलाश देती है कोशिश से समझ देती है।

हर खयाल से उम्मीदों कि रोशनी बनती है जो किनारों से हर जज्बात‌ को पहचान देती है आवाजों संग आशाओं कि सोच दिशाएं देती है इरादों को कोशिश कि लहर तराने देती है अरमानों को रोशनी कि सुबह मुस्कान देती है आवाजों को अंदाजों कि परख पुकार देती है किनारों को सपनों कि सोच दिशाएं देती है अदाओं से समझ देती है।

हर खयाल से उम्मीदों कि कोशिश मिलती है जो दिशाओं से हर अदाओं को किनारे देती है अदाओं संग कदमों कि सरगम पुकार देती है आशाओं को अरमानों कि उमंग सहारे देती है नजारों को बदलावों कि रोशनी इरादे देती है जज्बातों को सपनों कि राह नजारे देती है अंदाजों को बदलावों कि उम्मीद तराने देती है दास्तानों से समझ देती है।

हर खयाल से उम्मीदों कि सरगम बनती है जो तरानों से हर तलाश को समझ देती है आशाओं संग बदलावों कि राह अफसाने देती है किनारों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है एहसासों को अल्फाजों कि उमंग तलाश देती है कदमों को खयालों कि सोच पुकार देती है रोशनी को नजारों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों से समझ देती है।

हर खयाल से उम्मीदों कि सोच मिलती है जो जज्बातों से हर कोशिश को सपने देती है इरादों संग आशाओं कि कहानी पुकार देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग परख देती है लहरों को अफसानों कि सुबह आस देती है अरमानों को तरानों कि राह अफसाने देती है किनारों को आशाओं कि सोच सरगम देती है कदमों से ‌समझ देती है।

हर खयाल से उम्मीदों कि परख बनती है जो दास्तानों से हर इशारे को बदलाव देती है किनारों संग अंदाजो‌ं कि सोच सरगम देती है आशाओं को जज्बातों कि आस लहरे देती है आवाजों को लम्हों कि कोशिश बदलाव देती है कदमों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है नजारों को रोशनी कि समझ पुकार देती है इरादों से समझ देती है।

हर खयाल से उम्मीदों कि सपने मिलती है जो कोशिश से हर अदाओं को सुबह देती है कदमों संग आवाजों कि धून तराने देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है किनारों को सपनों कि राह आस देती है अदाओं को किनारों कि पहचान सरगम देती है इरादों को अरमानों कि उमंग लहरे देती है एहसासों से समझ देती है।





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