Thursday 8 October 2020

कविता. ३८००. अफसानों कि सुबह पर।

                                                                    अफसानों कि सुबह पर।

अफसानों कि सुबह पर मुस्कान के इशारे देती है इरादों को अरमानों कि सरगम पुकार देती है कोशिश को लम्हों कि उमंग आस देती है सपनों को अंदाजों कि तलाश सहारे देती है अदाओं को राहों कि तलाश पुकार देती है दास्तानों को उम्मीद तलाश देती है जज्बातों को सपनों कि रोशनी अफसाने देती है किनारों को आशाओं कि कहानी मिलती है।

अफसानों कि सुबह पर उमंग के सहारे देती है इशारों को अल्फाजों कि उम्मीद तराने देती है उजालों को नजारों कि सोच सरगम देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है कदमों को खयालों कि समझ पुकार देती है इरादों को अरमानों कि पहचान अदाएं देती है आवाजों को सपनों से मिलकर रोशनी कि कहानी मिलती है।

अफसानों कि सुबह पर कोशिश के तराने देती है आशाओं को दास्तानों कि उम्मीद नजारे देती है अंदाजों को राहों कि तलाश आस देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तराने देती है आशाओं को दास्तानों कि सौगात उम्मीद देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सपने देती है आवाजों कि धून को अल्फाजों कि कहानी मिलती है।

अफसानों कि सुबह पर उम्मीद के इरादे देती है अंदाजों को कोशिश कि सरगम धून देती है दिशाओं को खयालों कि सोच लहरे देती है आवाजों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है रोशनी को नजारों कि सरगम पुकार देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है लहरों कि पहचान को अरमानों कि कहानी मिलती है।

अफसानों कि सुबह पर समझ के अफसाने देती है इरादों को जज्बातों कि समझ सौगात देती है नजारों को अरमानों कि समझ सरगम देती है किनारों को आशाओं कि सौगात उजाले देती है उम्मीदों को खयालों कि सोच दास्तान देती है अदाओं को सपनों कि सुबह आस देती है अल्फाजों कि परख को लम्हों कि कहानी मिलती है।

अफसानों कि सुबह पर उमंग के तराने देती है दास्तानों को आशाओं कि कोशिश पुकार देती है किनारों को सपनों कि परख सौगात देती है बदलावों को अदाओं कि सुबह मुस्कान देती है इरादों को अरमानों कि समझ सपने देती है दिशाओं को जज्बातों कि उम्मीद तलाश देती है कदमों कि आहट को नजारों कि कहानी मिलती है।

अफसानों कि सुबह पर किनारों के अरमान देती है खयालों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है नजारों को अदाओं कि सरगम पुकार देती है कोशिश को अंदाजों कि राह अफसाने देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग परख देती है खयालों को किनारों कि सोच दिशाएं देती है बदलावों कि राह को एहसासों कि कहानी मिलती है।

अफसानों कि सुबह पर खयालों के इशारे देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग सपने देती है दास्तानों को आशाओं कि सोच दिशाएं देती है कदमों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है कदमों को अंदाजों कि रोशनी उजाले देती है लहरों को तरानों कि राह अरमान देती है नजारों कि समझ को बदलावों कि कहानी मिलती है।

अफसानों कि सुबह पर आवाजों के सपने देती है इरादों को अंदाजों कि सरगम पुकार देती है किनारों को लहरों कि सरगम पुकार देती है इरादों को आशाओं कि समझ मुस्कान देती है अल्फाजों को कदमों कि आहट अरमान देती है खयालों को किनारों कि सोच दिशाएं देती है कोशिश कि लहर दास्तानों कि कहानी मिलती है।

अफसानों कि सुबह पर कदमों के कोशिश देती है रोशनी को नजारों कि सोच दिशाएं देती है अंदाजों को राहों कि तलाश अल्फाज देती है अदाओं को सपनों कि सुबह सरगम देती है कोशिश को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग परख देती है खयालों कि सौगात को अरमानों कि कहानी मिलती है।




No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...