Thursday 22 October 2020

कविता. ३८२७. उजालों से सपनों कि आस।

                                                                     उजालों से सपनों कि आस।

उजालों से सपनों कि आस मुस्कान देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख अरमान देती है इरादों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है अफसानों को नजारों कि सोच दिशाएं देती है कदमों को खयालों कि समझ सरगम देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात पहचान देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग संग अरमानों कि सुबह देती है।

उजालों से सपनों कि आस दास्तान देती है अंदाजों को राहों कि सरगम पुकार देती है किनारों को जज्बातों कि रोशनी उमंग देती है तरानों को अरमानों कि समझ पुकार देती है बदलावों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी कोशिश देती है अफसानों को दास्तानों कि सौगात संग जज्बातों कि सुबह देती है।

उजालों से सपनों कि आस सरगम देती है इरादों को जज्बातों कि कोशिश धून देती है अरमानों को कदमों कि आहट तलाश देती है एहसासों को अल्फाजों कि परख सौगात देती है दास्तानों को आशाओं कि उम्मीद तराने देती है किनारों को आशाओं कि सरगम पुकार देती है लहरों को नजारों कि पुकार संग अदाओं कि सुबह देती है।

उजालों से सपनों कि आस पहचान देती है कदमों को खयालों कि समझ परख देती है नजारों को किनारों कि लहर बदलाव देती है दिशाओं को एहसासों कि कोशिश पुकार देती है कदमों को अंदाजों कि राह अफसाने देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग दास्तान देती है बदलावों को किनारों कि सोच संग खयालों कि सुबह देती है।

उजालों से सपनों कि आस कोशिश देती है एहसासों को जज्बातों कि आस पहचान देती है अंदाजों को राहों कि सरगम पुकार देती है जज्बातों को आवाजों कि धून दास्ताने देती है अरमानों को किनारों कि सोच सरगम देती है अंदाजों को खयालों कि तलाश अल्फाज देती है अफसानों को नजारों कि समझ संग लहरों कि सुबह देती है।

उजालों से सपनों कि आस किनारे देती है आशाओं को दास्तानों कि सौगात तलाश देती है तरानों को अरमानों कि समझ परख देती है एहसासों को अल्फाजों कि उम्मीद सहारे देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ रोशनी देती है लहरों को कोशिश कि रोशनी संग जज्बातों कि सुबह देती है।

उजालों से सपनों कि आस पुकार देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी अफसाने देती है किनारों को आशाओं कि उमंग सौगात देती है दास्तानों को आशाओं कि कोशिश एहसास देती है लहरों को अफसानों कि सरगम पुकार देती है अंदाजों को खयालों कि सौगात संग तरानों कि सुबह देती है।

उजालों से सपनों कि आस अरमान देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तराने देती है अंदाजों को राहों कि उम्मीद तलाश देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग परख देती है दिशाओं को बदलावों कि रोशनी उमंग देती है कदमों को जज्बातों कि कहानी संग एहसासों कि सुबह देती है।

उजालों से सपनों कि आस पहचान देती है तरानों को खयालों कि कोशिश पुकार देती है दास्तानों को आशाओं कि समझ बदलाव देती है किनारों को आशाओं कि सौगात सहारे देती है लहरों को अफसानों कि समझ परख देती है खयालों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है अंदाजों को राहों कि सरगम संग जज्बातों कि सुबह देती है।

उजालों से सपनों कि आस जज्बात देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अफसाने देती है रोशनी को नजारों कि सरगम पुकार देती है लहरों को अदाओं कि पहचान परख देती है आवाजों को लम्हों कि कोशिश सौगात देती है इरादों को अरमानों कि समझ पुकार देती है किनारों को आशाओं कि कहानी संग आशाओं कि सुबह देती है।





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