Monday 19 October 2020

कविता. ३८२२. रोशनी को नजारों कि सुबह।

                                                                  रोशनी को नजारों कि सुबह।

रोशनी को नजारों कि सुबह सरगम देती है आशाओं को अरमानों कि उमंग पहचान देती है इशारों को अल्फाजों कि उम्मीद तलाश देती है अफसानों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को आशाओं कि कहानी पुकार देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तराने देती है अफसानों को कदमों कि आहट सोच संग कोशिश देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह आस देती है अंदाजों को राहों कि तलाश अरमान देती है कदमों को खयालों कि सौगात तराने देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद सरगम देती है तलाश को अरमानों कि समझ बदलाव देती है इरादों को अरमानों कि उमंग पुकार देती है किनारों को आशाओं कि पहचान एहसास संग कोशिश देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को खयालों कि सोच सरगम देती है किनारों को आशाओं कि सरगम पुकार देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस पहचान देती है आवाजों को लम्हों कि सौगात तलाश देती है इशारों को अल्फाजों कि परख अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि उम्मीद संग कोशिश देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह आवाज देती है इरादों को अंदाजों कि राह अफसाने देती है आशाओं को दास्तानों कि सौगात कोशिश देती है अंदाजों को राहों कि तलाश अरमान देती है एहसासों को बदलावों कि सरगम तराने देती है आशाओं को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है अफसानों को नजारों कि समझ संग कोशिश देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह सौगात देती है किनारों को आशाओं कि कहानी पुकार देती है दास्तानों को आशाओं कि उम्मीद सहारे देती है उजालों को जज्बातों कि राह अफसाने देती है लहरों को तरानों कि सरगम अक्सर पहचान देती है कदमों को अंदाजों कि सरगम आस देती है इरादों को अरमानों कि सौगात कोशिश देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह सरगम देती है अरमानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है जज्बातों को आवाजों कि धून दास्ताने देती है इरादों को अंदाजों कि समझ बदलाव देती है आशाओं को सपनों कि सुबह पुकार देती है किनारों को आशाओं कि कहानी पुकार देती है अफसानों को नजारों कि सरगम कोशिश देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह मुस्कान देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग परख देती है आशाओं को खयालों कि सौगात उजाले देती है लहरों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच पहचान देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस तराने देती है एहसासों को जज्बातों कि पुकार कोशिश देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह आवाज देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है कदमों को अंदाजों कि राह अल्फाज देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है लहरों को तरानों कि आस अहमियत देती है नजारों को अरमानों कि उमंग परख देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात कोशिश देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह अफसाने देती है इरादों को अरमानों कि समझ पहचान देती है किनारों को लहरों कि उमंग परख देती है दास्तानों को आवाजों कि धून एहसास देती है खयालों को कदमों कि सरगम पुकार देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है अंदाजों को उजालों कि पहचान संग परख कोशिश देती है।

रोशनी को नजारों कि सुबह तराने देती है दिशाओं को खयालों कि सोच अदाएं देती है इरादों को अरमानों कि सोच सपने देती है दास्तानों को बदलावों कि सोच पहचान देती है इशारों को नजारों कि सौगात उजाले देती है खयालों में एहसासों कि समझ आस देती है इरादों को तरानों से अक्सर मुस्कान के संग आवाज कोशिश देती है।


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