Monday 12 October 2020

कविता. ३८०८. अंदाजों कि सुबह संग।

                                                                 अंदाजों कि सुबह संग।

अंदाजों कि सुबह संग पहचान देती है इरादों को अरमानों कि उम्मीद तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि परख सौगात देती है किनारों को आशाओं कि उमंग अदाएं देती है इशारों को अल्फाजों कि अदाएं पुकार देती है नजारों को अफसानों कि समझ मुस्कान देती है कदमों को खयालों कि सोच सरगम देती है रोशनी को अल्फाजों कि परख देती है।

अंदाजों कि सुबह संग कोशिश देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है इशारों को सपनों कि राह अरमान देती है रोशनी को अल्फाजों कि परख पहचान देती है आशाओं को तरानों कि उम्मीद तराने देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है इरादों को अरमानों कि उमंग पुकार देती है अदाओं को खयालों कि परख देती है।

अंदाजों कि सुबह संग पुकार देती है आशाओं को खयालों कि सौगात उजाले देती है तरानों को अरमानों कि उमंग परख देती है लहरों को अफसानों कि कहानी सरगम देती है दिशाओं को खयालों कि समझ पुकार देती है किनारों को सपनों कि राह अफसाने देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तराने देती है आशाओं को सपनों कि परख देती है।

अंदाजों कि सुबह संग किनारे देती है इशारों को अल्फाजों कि परख सहारे देती है नजारों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस रोशनी देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तराने देती है लहरों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है दिशाओं को खयालों कि सौगात उजाले देती है दिशाओं को आवाजों कि परख देती है।

अंदाजों कि सुबह संग कोशिश देती है इरादों को अरमानों कि उमंग समझ देती है दास्तानों को लहरों कि सरगम पुकार देती है आशाओं को लहरों कि समझ सहारे देती है सपनों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दिशाओं को बदलावों कि तलाश सरगम देती है आशाओं को दास्तानों कि उमंग पहचान देती है जज्बातों को नजारों कि परख देती है।

अंदाजों कि सुबह संग आस देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है रोशनी को नजारों कि समझ सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच दिशाएं देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी सौगात देती है तरानों को अरमानों कि उमंग समझ देती है आवाजों को खयालों कि सोच सरगम देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख देती है।

अंदाजों कि सुबह संग पुकार देती है कोशिश को सपनों कि राह अरमान देती है मुस्कान को एहसासों कि सुबह आस देती है लहरों को अफसानों कि कहानी तलाश देती है किनारों को आशाओं कि समझ सपने देती है अदाओं को दास्तानों कि सोच दिशाएं देती है इरादों को अरमानों कि इशारे देती है कदमों को खयालों कि परख देती है।

अंदाजों कि सुबह संग अदाएं देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है तरानों को खयालों कि समझ सपने देती है इरादों को अरमानों कि उमंग सहारे देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस पहचान देती है नजारों को अफसानों कि सुबह कोशिश देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी देती है आशाओं को सपनों कि परख देती है।

अंदाजों कि सुबह संग सौगात देती है इरादों को अरमानों कि समझ सपने देती है कदमों को अदाओं कि सौगात उजाले देती है आवाजों को लम्हों कि सुबह सरगम देती है लहरों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है बदलावों को अदाओं कि राह देती है कदमों को दिशाओं कि परख देती है।

अंदाजों कि सुबह संग जज्बात देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग परख देती है अदाओं को किनारों कि कहानी पुकार देती है इरादों को बदलावों कि राह अफसाने देती है दास्तानों को जज्बातों कि समझ लहर देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पुकार देती है रोशनी को नजारों कि समझ देती है आशाओं को दास्तानों कि परख देती है।


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