Friday 23 October 2020

कविता. ३८२९. हर लम्हे को सपनों कि सुबह।

                                                                   हर लम्हे को सपनों कि सुबह।

हर लम्हे को सपनों कि सुबह कोशिश देती है इरादों को अरमानों कि सौगात उजाले देती है लहरों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है कदमों को खयालों कि सरगम धून देती है बदलावों को अदाओं कि सरगम कोशिश देती है उजालों को नजारों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को अंदाजों कि रोशनी अरमान देती है।

हर लम्हे को सपनों कि सुबह आस देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है कोशिश को अंदाजों कि रोशनी उमंग देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद तराने देती है जज्बातों को आवाजों कि धून दास्ताने देती है लहरों को दिशाओं कि उमंग तलाश देती है एहसासों को अल्फाजों कि उम्मीद अरमान देती है।

हर लम्हे को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है कोशिश को अल्फाजों कि उम्मीद तराने देती है दास्तानों को आशाओं कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को खयालों कि समझ आस देती है दिशाओं को बदलावों कि राह लहर देती है इरादों को अरमानों कि उम्मीद दास्तान देती है रोशनी को नजारों कि समझ अरमान देती है।

हर लम्हे को सपनों कि सुबह नजारे देती है लहरों को तरानों कि रोशनी उमंग देती है एहसासों को जज्बातों कि आस पहचान देती है लहरों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है दास्तानों को आवाजों कि धून तराने देती है उजालों को नजारों कि परख सौगात देती है लहरों के आशाओं को अफसानों कि कहानी अरमान देती है।

हर लम्हे को सपनों कि सुबह आस देती है आशाओं को खयालों कि सोच सहारे देती है किनारों को जज्बातों कि राह अफसाने देती है दास्तानों को जज्बातों कि सौगात उजाले देती है आशाओं को उमंग कि दुनिया एहसास देती है आवाजों को अल्फाजों कि उम्मीद तराने देती है बदलावों को कदमों कि आहट अरमान देती है।

हर लम्हे को सपनों कि सुबह सरगम देती है इरादों को अंदाजों कि सौगात उजाले देती है लहरों को तरानों कि रोशनी उजाले देती है एहसासों को अल्फाजों कि कोशिश पहचान देती है नजारों को अफसानों कि कोशिश इशारे देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है दास्तानों को जज्बातों कि पहचान अरमान देती है।

हर लम्हे को सपनों कि सुबह बदलाव देती है कदमों को खयालों कि समझ तलाश देती है आवाजों को अल्फाजों कि परख अफसाने देती है नजारों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि राह लहरे देती है नजारों को सपनों कि आस तराने देती है कोशिश के दास्तानों को अंदाजों कि परख अरमान देती है।

हर लम्हे को सपनों कि सुबह आवाज देती है दिशाओं को एहसासों कि कोशिश परख देती है दास्तानों को उजालों कि राह अदाएं देती है खयालों को किनारों कि सोच सरगम देती है उम्मीदों को नजारों कि समझ अफसाने देती है इरादों को अंदाजों कि कहानी पुकार देती है आवाजों को अल्फाजों कि उम्मीद अरमान देती है।

हर लम्हे को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है कोशिश को अल्फाजों कि उम्मीद उमंग देती है इरादों को अंदाजों कि समझ सौगात देती है आवाजों को लम्हों कि सुबह दिशाएं देती है दास्तानों को आशाओं कि कोशिश पुकार देती है कदमों को खयालों कि सौगात उमंग देती है किनारों को तलाश कि आस अरमान देती है।

हर लम्हे को सपनों कि सुबह कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तराने देती है अंदाजों को राहों कि कहानी पुकार देती है अंदाजों को रोशनी कि पुकार परख देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सरगम देती है नजारों से लहरों को एहसासों कि सरगम अरमान देती है।






No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...