Saturday, 17 October 2020

कविता.‌ ३८१८. उजालों कि राह।

                                                                     उजालों कि राह।

उजालों कि राह अफसाने देती है नजारों को अरमानों कि समझ पुकार देती है जज्बातों को सपनों कि उम्मीद तराने देती है दास्तानों को आशाओं कि उम्मीद मुस्कान देती है किनारों को लहरों कि सोच सरगम देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पुकार देती है कोशिश को सपनों कि राह अरमान देती है दास्तानों को आशाओं कि कोशिश देती है।

उजालों कि राह अरमान देती है इरादों को अंदाजों कि रोशनी उमंग देती है उम्मीदों को कोशिश कि सरगम पुकार देती है लहरों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है जज्बातों को अरमानों कि सोच दिशाएं देती है अंदाजों को राहों कि तलाश आस देती है दास्तानों को आशाओं कि उम्मीद उमंग देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश देती है।

उजालों कि राह अल्फाज देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तराने देती है लहरों को अफसानों कि सोच दिशाएं देती है रोशनी को नजारों कि सोच तलाश देती है खयालों को अंदाजों कि समझ कोशिश देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह आस देती है अदाओं को किनारों कि कहानी परख देती है आवाजों को लम्हों कि कोशिश देती है।

उजालों कि राह बदलाव देती है एहसासों को अल्फाजों कि परख सौगात देती है दिशाओं को खयालों कि सरगम धून देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस सौगात देती है अदाओं को किनारों कि सोच दिशाएं देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तलाश देती है तरानों को अरमानों कि उमंग अदाएं देती है आशाओं को लहरों कि कोशिश देती है।

उजालों कि राह लहर देती है जज्बातों को आवाजों कि धून दास्ताने देती है कोशिश को सपनों कि राह अफसाने देती है नजारों को दिशाओं कि उमंग सरगम देती है तरानों को खयालों कि सोच दिशाएं देती है अदाओं को किनारों कि उम्मीद परख देती है इरादों को अंदाजों कि राह अफसाने देती है अदाओं को इशारों कि कोशिश देती है।

उजालों कि राह अरमान देती है इरादों को सपनों कि उम्मीद तलाश देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात उमंग देती है इरादों को अंदाजों कि रोशनी बदलाव देती है दिशाओं को तरानों कि आस पहचान देती है एहसासों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तराने देती है जज्बातों को आवाजों कि कोशिश देती है।

उजालों कि राह दास्तान देती है अंदाजों को राहों कि सरगम धून देती है लहरों को तरानों कि उम्मीद पहचान देती है किनारों को आशाओं कि सोच दिशाएं देती है आशाओं को दास्तानों कि सौगात तलाश देती है बदलावों को कदमों कि उमंग परख देती है जज्बातों को अरमानों कि समझ सपने देती है दास्तानों को लहरों कि कोशिश देती है।

उजालों कि राह अफसाने देती है नजारों को दास्तानों कि सौगात तलाश देती है उम्मीदों को कोशिश कि लहर तराने देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस पहचान देती है नजारों को अल्फाजों कि परख सौगात देती है आशाओं को सपनों कि राह अफसाने देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है दिशाओं को खयालों कि कोशिश देती है।

उजालों कि राह नजारे देती है एहसासों को जज्बातों कि आस तराने देती है किनारों को आशाओं कि सोच दिशाएं देती है इरादों को अंदाजों कि रोशनी दास्तान देती है बदलावों को कदमों कि आहट पुकार देती है आस को अदाओं कि सौगात अहमियत देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस पहचान देती है कदमों को अंदाजों कि कोशिश देती है।

उजालों कि राह आस देती है दास्तानों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है लहरों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है तरानों को खयालों कि सोच दिशाएं देती है रोशनी को अल्फाजों कि परख सौगात देती है इरादों को सपनों कि राह अरमान देती है नजारों को अफसानों कि उम्मीद तलाश देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश देती है।





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कविता. ५४७२. ज्ञएहसास की कोई।

                           एहसास की कोई। एहसास की कोई पुकार तलाश दिलाती है कदमों को जज्बातों की आहट उजाला देकर जाती है अरमानों की आस सुनाती ...