Saturday 14 March 2020

कविता. ३३८१. हर इशारे को खयालों कि।

                                                  हर इशारे को खयालों कि।
हर इशारे को खयालों कि पहचान अदाएं देती है दिशाओं को बदलावों कि आस समझ देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच तराने देती है नजारों को कदमों कि समझ अरमान देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश एहसास देती है अंदाजों को दास्तानों कि सौगात सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि कोशिश पहचान देती है कोशिश को लम्हों कि आस देती है।
हर इशारे को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है दास्तानों को अफसानों कि सरगम धून देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ रोशनी देती है अदाओं को किनारों कि सोच जज्बात देती है आवाजों को अरमानों कि कोशिश सपने देती है अदाओं को नजारों कि सोच समझ देती है दिशाओं को बदलावों कि आस खयाल देती है दिशाओं को लम्हों कि आस देती है।
हर इशारे को खयालों कि समझ उजाले देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को सपनों कि सौगात तलाश देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ किनारे देती है कदमों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है आवाजों को अरमानों कि पुकार अरमान देती है तरानों को लम्हों कि आस देती है।
हर इशारे को खयालों कि सोच सहारे देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है कोशिश को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि तलाश अरमान देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया एहसास देती है अल्फाजों को लहरों कि उमंग तराने देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ सुबह देती है दास्तानों को लम्हों कि आस देती है।
हर इशारे को खयालों कि परख रोशनी देती है किनारों को लहरों कि कोशिश सरगम देती है दिशाओं को अंदाजों कि कोशिश पहचान देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है आशाओं को जज्बातों कि सुबह उम्मीदे देती है उजालों को बदलावों कि सुबह मुस्कान देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच किनारे देती है राहों को लम्हों कि आस देती है।
हर इशारे को खयालों कि कोशिश आवाज देती है तरानों को अदाओं कि सरगम धून देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ सौगात देती है जज्बातों को अंदाजों कि सुबह उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि तलाश तराने देती है अंदाजों को नजारों कि समझ राह देती है किनारों को आशाओं कि मेहफिल पुकार देती है कदमों को लम्हों कि आस देती है।
हर इशारे को खयालों कि उम्मीद किनारे देती है दिशाओं को लहरों कि उमंग उजाले देती है तरानों को अरमानों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ अफसाने देती है नजारों को दास्तानों कि परख एहसास देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच पुकार देती है दास्तानों को कदमों कि आहट सौगात देती है जज्बातों को लम्हों कि आस देती है।
हर इशारे को खयालों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सहारे देती है राहों को दिशाओं कि सरगम धून देती है अरमानों को सपनों कि कोशिश पहचान देती है किनारों को अदाओं कि सरगम धून देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ अफसाने देती है आवाजों को जज्बातों कि तलाश अहमियत देती है अंदाजों को लम्हों कि आस देती है।
हर इशारे को खयालों कि सोच सहारे देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश अरमान देती है कदमों को अफसानों कि समझ बहाने देती है दिशाओं को लहरों कि सौगात दास्तान देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है कदमों को अदाओं कि सुबह उजाले देती है अरमानों को किनारों कि समझ सहारे देती है अदाओं को लम्हों कि आस देती है।
हर इशारे को खयालों कि समझ तराने देती है अंदाजों को नजारों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि पुकार सहारे देती है आवाजों को अरमानों कि कोशिश परख देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग परख देती है किनारों को अफसानों कि सरगम धून देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच किनारे देती है कदमों को लम्हों कि आस देती है।

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