Thursday 26 March 2020

कविता. ३४०५. हर कदम पर सपनों कि आस।

                                              हर कदम पर सपनों कि आस।
हर कदम पर सपनों कि आस रोशनी देती है आवाजों को बदलावों कि आस सहारे देती है किनारों को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है कदमों को अफसानों कि सुबह उजाले देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच सरगम देती है दास्तानों को अल्फाजों कि पुकार कोशिश देती है दिशाओं को बदलावों कि आस इरादे देती है अंदाजों को दिशाओं कि सुबह देती है।
हर कदम पर सपनों कि आस राह देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ खयाल देती है जज्बातों को उम्मीदों कि कोशिश परख देती है अरमानों को सपनों कि परख राह देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ सहारे देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है किनारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है अरमानों को दिशाओं कि सुबह देती है।
हर कदम पर सपनों कि आस दास्तान देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है अफसानों को अदाओं कि समझ पुकार देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है अंदाजों को लहरों कि उम्मीद जज्बात देती है अंदाजों को अरमानों कि सोच सहारे देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है तरानों को दिशाओं कि सुबह देती है।
हर कदम पर सपनों कि आस किनारे देती है नजारों को अंदाजों कि सोच पहचान देती है आशाओं को जज्बातों कि आहट अरमान देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश समझ देती है अदाओं को कदमों कि आहट पहचान देती है किनारों को लहरों कि समझ आस देती है नजारों को दिशाओं कि सुबह देती है।
हर कदम पर सपनों कि आस तराने देती है आशाओं को जज्बातों कि परख कोशिश देती है अफसानों को खयालों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को लहरों कि समझ दिशाएं देती है उम्मीदों को राहों कि पहचान तराने देती है आशाओं को जज्बातों कि समझ परख देती है आवाजों को खयालों कि सोच सहारे देती है एहसासों को दिशाओं कि सुबह देती है।
हर कदम पर सपनों कि आस लहरे देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है अरमानों को खयालों कि आस अंदाज देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सहारे देती है नजारों को अरमानों कि समझ पहचान देती है अल्फाजों को दिशाओं कि सुबह देती है।
हर कदम पर सपनों कि आस पहचान देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सहारे देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग उम्मीदे देती है उजालों को बदलावों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को तरानों कि पुकार आवाज देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच अहमियत देती है किनारों को दिशाओं कि सुबह देती है।
हर कदम पर सपनों कि आस परख देती है किनारों को अफसानों कि समझ तराने देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है उम्मीदों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस आवाज देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है तरानों को दिशाओं कि सुबह देती है।
हर कदम पर सपनों कि आस खयाल देती है जज्बातों को लहरों कि उम्मीद तराने देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सुबह देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ परख देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है अफसानों को परख कि धाराएं सरगम देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग उम्मीद देती है जज्बातों को दिशाओं कि सुबह देती है।
हर कदम पर सपनों कि आस सरगम देती है कदमों को अफसानों कि सोच सहारे देती है आवाजों को बदलावों कि समझ परख देती है दास्तानों को किनारों कि लहर दास्तान देती है कदमों को अल्फाजों कि सुबह उम्मीदे देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है नजारों को अदाओं कि सरगम धून देती है कदमों को दिशाओं कि सुबह देती है।

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