Monday 9 March 2020

कविता. ३३७१. हर किनारे को एहसासों कि।

                                                    हर किनारे को एहसासों कि।
हर किनारे को एहसासों कि पहचान इशारे देती है दिशाओं को अरमानों कि कोशिश सपने देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ सुबह देती है लहरों को अल्फाजों कि परख इशारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच पहचान कि आस देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ सहारे देती है बदलावों को लहरों कि उमंग आशाओं कि मेहफिल देती है।
हर किनारे को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को राहों कि सरगम इरादे देती है आवाजों को जज्बातों कि तलाश सहारे देती है अफसानों को सपनों कि मुस्कान नजारे देती है रोशनी को अल्फाजों कि तलाश तरानों कि सोच देती है दास्तानों को आवाजों कि धून सरगम देती है कदमों को राहों कि परख आशाओं कि मेहफिल देती है।
हर किनारे को एहसासों कि पुकार आवाज देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है कदमों को उजालों कि समझ जज्बात देती है दिशाओं को बदलावों कि आस अरमान जगाती है अंदाजों को अफसानों कि उमंग नजारों कि समझ देती है खयालों को कोशिश कि पहचान परख देती है अदाओं को कदमों कि आहट आशाओं कि मेहफिल देती है।
हर किनारे को एहसासों कि पुकार उम्मीदे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच इशारे देती है लहरों को अल्फाजों कि तलाश तराने देती है नजारों को अफसानों कि सोच एहसास देती है उजालों को कोशिश कि पहचान परख कि धाराएं देती है आवाजों को जज्बात कि समझ सुबह देती है दिशाओं को बदलावों कि आस आशाओं कि मेहफिल देती है।
हर किनारे को एहसासों कि पुकार खयाल देती है कदमों को अरमानों कि कोशिश पहचान देती है एहसासों को अंदाजों कि समझ सोच देती है आशाओं को जज्बातों कि सरगम तलाश देती है कदमों को अफसानों कि सोच सुबह कि आस देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ दिशाएं देती है नजारों को आवाजों कि पुकार आशाओं कि मेहफिल देती है।
हर किनारे को एहसासों कि पुकार दास्तान देती है राहों को अंदाजों कि समझ अरमान देती है कदमों को आशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है खयालों को कोशिश कि पहचान परख देती है आवाजों को तरानों कि पुकार एहसास देती है अरमानों को सोच कि उमंग इशारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह आशाओं कि मेहफिल देती है।
हर किनारे को एहसासों कि पुकार आस देती है दिशाओं को कदमों कि आहट सौगात देती है तरानों को जज्बातों कि सोच तलाश देती है कदमों को अफसानों कि समझ आवाज देती है खयालों को कोशिश कि पहचान सौगात देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच आशाओं कि मेहफिल देती है।
हर किनारे को एहसासों कि पुकार सहारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सुबह देती है दिशाओं को बदलावों कि आस तराने देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया पहचान देती है आवाजों को खयालों कि अहमियत समझ देती है किनारों को राहों कि सरगम आशाओं कि मेहफिल देती है।
हर किनारे को एहसासों कि पुकार आवाज देती है लहरों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है अरमानों को खयालों कि सौगात इशारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ इरादे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश परख देती है दिशाओं को बदलावों कि आस सौगात देती है अल्फाजों को जज्बातों कि कोशिश आशाओं कि मेहफिल देती है।
हर किनारे को एहसासों कि पुकार आस देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को अफसानों कि समझ तलाश देती है अंदाजों को अदाओं कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि राह इशारे देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश सहारे देती है लम्हों को खयालों कि पहचान आशाओं कि मेहफिल देती है।

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