Saturday 28 March 2020

कविता. ३४०९. हर कदम को किसी।

                                                              हर कदम को किसी।
हर कदम को किसी उमंग संग राह के इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच परख देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच समझ देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह रोशनी देती है नजारों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है खयालों को कोशिश कि पहचान अदाएं देती है किनारों को परख कि धाराएं देती है।
हर कदम को किसी उम्मीद संग उजालों कि दास्ताने देती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है अरमानों को सपनों कि सुबह तराने देती है आवाजों को अदाओं कि कोशिश परख देती है अंदाजों को लहरों कि सोच सपने देती है अंदाजों को उजालों कि समझ सरगम देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच रोशनी देती है नजारों को परख कि धाराएं देती है।
हर कदम को किसी पुकार संग इरादे कि सुबह देती है नजारों को अफसानों कि समझ रोशनी देती है तरानों को आवाजों कि कोशिश धून देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सौगात देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है किनारों को अफसानों कि सुबह तलाश देती है जज्बातों को लहरों कि उम्मीद तराने देती है अंदाजों को परख कि धाराएं देती है।
हर कदम को किसी लम्हे संग आस कि कोशिश देती है आशाओं को अदाओं कि सुबह उम्मीदे देती है राहों को अरमानों कि समझ सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि आस अदाएं देती है कदमों को अफसानों कि सुबह आस देती है तरानों को अरमानों कि कोशिश राह देती है दिशाओं को बदलावों कि आस अहमियत देती है आवाजों को परख कि धाराएं देती है।
हर कदम को किसी तलाश संग अंदाजों कि सोच देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है किनारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है अरमानों को खयालों कि सुबह उम्मीदे देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग नजारे देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश समझ देती है अदाओं को किनारों कि समझ एहसास देती है किनारों को परख कि धाराएं देती है।
हर कदम को किसी पुकार संग आशाओं कि मेहफिल देती है कोशिश को लम्हों कि समझ पुकार देती है दास्तानों को अल्फाजों कि परख खयाल देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग इरादे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच उम्मीदे देती है किनारों को जज्बातों कि मुस्कान कोशिश देती है आवाजों को राहों कि सुबह आस देती है दिशाओं को परख कि धाराएं देती है।
हर कदम को किसी आस संग किनारों कि समझ देती है तरानों को अरमानों कि सोच सहारे देती है राहों को सपनों कि पहचान अदाएं देती है रोशनी को एहसासों कि पुकार आवाज देती है आशाओं को अदाओं कि कोशिश समझ देती है दिशाओं को बदलावों कि आस समझ देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है नजारों को परख कि धाराएं देती है।
हर कदम को किसी सोच संग एहसासों कि सुबह देती है किनारों को लहरों कि पहचान तराने देती है आशाओं को इशारों कि आस पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तराने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है अरमानों को सपनों कि सौगात इशारे देती है अंदाजों को दिशाओं कि पहचान अदाएं देती है कोशिश को परख कि धाराएं देती है।
हर कदम को किसी पुकार संग आवाजों कि धून देती है कदमों को आशाओं कि समझ इशारे देती है उजालों को किनारों कि आस तराने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि समझ सुबह देती है कदमों को अफसानों कि समझ तलाश देती है किनारों को लहरों कि आस सपने देती है आशाओं को अदाओं कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को परख कि धाराएं देती है।
हर कदम को किसी खयाल संग आशाओं कि मेहफिल देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को नजारों कि तलाश सहारे देती है तरानों को अंदाजों कि सोच समझ देती है किनारों को जज्बातों कि सोच सहारे देती है जज्बातों को राहों कि पहचान तराने देती है कदमों को आवाजों कि धून सरगम देती है आस को परख कि धाराएं देती है।

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