Friday 27 March 2020

कविता. ३४०७. हर सुबह कि उम्मीद संग।

                                                       हर सुबह कि उम्मीद संग।
हर सुबह कि उम्मीद संग सपनों कि आस अरमान देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश अफसाने देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच पुकार देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग इशारे देती है खयालों को लम्हों कि पहचान अदाएं देती है उजालों को कोशिश कि परख को अफसानों कि सोच देती है।
हर सुबह कि उम्मीद संग उजालों कि रोशनी नजारे देती है अंदाजों को लहरों कि सोच सहारे देती है कदमों को अफसानों कि सौगात इशारे देती है जज्बातों को एहसासों कि पुकार सहारे देती है आवाजों को खयालों कि कोशिश परख देती है अदाओं को किनारों कि लहर आस देती है उम्मीदों को जज्बातों कि तलाश के अफसानों कि सोच देती है।
हर सुबह कि उम्मीद संग जज्बातों कि समझ तराने देती है आवाजों को खयालों कि सरगम धून देती है राहों को अरमानों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ एहसास देती है लहरों को अल्फाजों कि तलाश राह देती है दास्तानों को अंदाजों कि समझ पुकार देती है कोशिश को लम्हों कि समझ को अफसानों कि सोच देती है।
हर सुबह कि उम्मीद संग तरानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को अल्फाजों कि तलाश परख देती है अंदाजों को कदमों कि आहट सपने देती है किनारों को लहरों कि पहचान इरादे देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल उजाले देती है कदमों को अफसानों कि लहर कोशिश देती है तरानों को आवाजों कि धून के संग अफसानों कि सोच देती है।
हर सुबह कि उम्मीद संग राहों कि पहचान परख देती है दिशाओं को अरमानों कि कोशिश सरगम देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है आवाजों को जज्बातों कि तलाश ‌‌‌‌के अल्फाजों कि समझ के सहारे अफसानों कि सोच देती है।
हर सुबह कि उम्मीद संग कदमों कि आहट सौगात देती है आशाओं को तरानों कि सोच समझ देती है दास्तानों को अफसानों कि परख एहसास देती है अंदाजों को दिशाओं कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि पुकार आवाज देती है किनारों को अफसानों कि समझ के अरमानों कि परख आस देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच देती है।
हर सुबह कि उम्मीद संग अदाओं कि मेहफिल पुकार देती है जज्बातों को लहरों कि उम्मीद तराने देती है नजारों को अरमानों कि कोशिश पहचान देती है नजारों को अल्फाजों कि समझ तराने देती है जज्बातों को आशाओं कि सरगम धून देती है कदमों को अंदाजों कि उम्मीद संग सपनों कि अदाएं सरगम देती है नजारों को अफसानों कि सोच देती है।
हर सुबह कि उम्मीद संग सपनों कि उम्मीद तराने देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया किनारे देती है दिशाओं को अल्फाजों कि उमंग तराने देती है दास्तानों को लहरों कि उम्मीद सहारे देती है अंदाजों को जज्बातों कि समझ इशारे देती है किनारों को अल्फाजों कि सोच के कदमों कि सौगात तलाश देती है आशाओं को अफसानों कि सोच देती है।
हर सुबह कि उम्मीद संग तरानों कि समझ सरगम देती है आवाजों को जज्बातों कि तलाश इशारे देती आशाओं को जज्बातों कि समझ नजारे देती है अंदाजों को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है कोशिश को लम्हों कि सरगम धून देती है जज्बातों को लहरों कि तलाश संग इशारों कि आस अरमान देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच देती है।
हर सुबह कि उम्मीद संग उजालों कि कोशिश परख देती है राहों को अरमानों कि समझ इरादे देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल पुकार देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है कदमों को अदाओं कि सरगम पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि आस के तरानों कि समझ रोशनी देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच देती है।

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