Tuesday 17 March 2020

कविता. ३३८८. हर सपने को किसी पुकार कि।

                                                      हर सपने को किसी पुकार कि।
हर सपने को किसी पुकार कि सौगात इशारे देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ परख देती है किनारों को जज्बातों कि कोशिश पहचान देती है अंदाजों को दास्तानों कि सोच सहारे देती है आशाओं को नजारों कि समझ सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि आस रोशनी देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ देती है।
हर सपने को किसी पुकार कि राह किनारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह परख देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश बदलाव देती है किनारों को लहरों कि उमंग इरादे देती है कदमों को अफसानों कि सोच सौगात देती है दास्तानों को अफसानों कि पुकार उजाले देती है राहों को अरमानों कि समझ देती है।
हर सपने को किसी पुकार कि परख पुकार देती है दिशाओं को अरमानों कि कोशिश खयाल देती है राहों को लहरों कि उमंग इशारे देती है अदाओं को किनारों कि सोच अदाएं देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है दास्तानों को किनारों कि जज्बात सहारे देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ देती है।
हर सपने को किसी पुकार कि लहर इरादे देती है आशाओं को तरानों कि सोच सरगम देती है किनारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है रोशनी को एहसासों कि परख कोशिश देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस दास्तान देती है नजारों को कदमों कि सौगात सहारे देती है अंदाजों को अरमानों कि समझ देती है।
हर सपने को किसी पुकार कि समझ इशारे देती है किनारों को अदाओं कि रोशनी उजाले देती है खयालों को कोशिश कि लहर दास्तान देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है आवाजों को अंदाजों कि समझ परख देती है आशाओं को कदमों कि लहर पुकार देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच परख देती है आशाओं को अरमानों कि समझ देती है।
हर सपने को किसी पुकार कि सुबह उम्मीदे देती है नजारों को अंदाजों कि कोशिश परख देती है आशाओं को तरानों कि पुकार आवाज देती है जज्बातों को लहरों कि उमंग इशारे देती है इशारों को अफसानों कि समझ अदाएं देती है किनारों को अफसानों कि समझ परख देती है तरानों को आशाओं कि सुबह उम्मीदे देती है राहों को अरमानों कि समझ देती है।
हर सपने को किसी पुकार कि राह किनारे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ सहारे देती है दास्तानों को नजारों कि तलाश आस देती है इरादों को कदमों कि आहट परख देती है अंदाजों को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है किनारों को लहरों कि उमंग तराने देती है अदाओं को अरमानों कि समझ देती है।
हर सपने को किसी पुकार कि सौगात सहारे देती है राहों को लहरों कि उमंग इशारे देती है दिशाओं को कोशिश कि पहचान अफसाने देती है अंदाजों को जज्बातों कि एहसास राह देती है दास्तानों को अरमानों कि सुबह उजाले देती है आशाओं को तरानों कि पुकार धून देती है कदमों को अफसानों कि सोच सहारे देती है आशाओं को अरमानों कि समझ देती है।
हर सपने को किसी पुकार कि तलाश लहरे देती है किनारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को एहसासों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को राहों कि पहचान अदाएं देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल पुकार देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सुबह देती है आशाओं को जज्बातों कि समझ इशारे देती है कोशिश को अरमानों कि समझ देती है।
हर सपने को किसी पुकार कि सुबह उम्मीदे देती है कदमों को आशाओं कि मेहफिल परख देती है अंदाजों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस अरमान देती है लहरों को अल्फाजों कि कोशिश दिशाएं देती है लहरों को अल्फाजों कि सोच खयाल देती है दिशाओं को बदलावों कि आस दिशाएं देती है दास्तानों को अरमानों कि समझ देती है।

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