Wednesday 18 March 2020

कविता. ३३९०. आशाओं के दर्पन मे।

                                                             आशाओं के दर्पन मे।
आशाओं के दर्पन मे उम्मीद कि सरगम दिखती है आवाजों को एहसासों कि पुकार पहचान दिलाती है कदमों को अफसानों कि सोच सहारे देती है लहरों को अल्फाजों कि तलाश अहमियत देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ आस देती है किनारों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है कदमों को जज्बातों कि सोच पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि आस देती है।
आशाओं के दर्पन मे कोशिश कि पहचान दिखाती है जज्बातों को लहरों कि उमंग परख देकर चलती है अदाओं को किनारों कि समझ नजारे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस अरमान देती है अंदाजों को अफसानों कि सोच परख देती है अंदाजों को लम्हों कि सुबह उम्मीदे देती है तरानों को एहसासों कि रोशनी अहमियत देती है अंदाजों को बदलावों कि आस देती है।
आशाओं के दर्पन मे उमंग कि अरमान दिखाती है अंदाजों को नजारों कि तलाश रोशनी दिलाती है तरानों को आवाजों कि धून सरगम देती है खयालों को कदमों कि आहट सौगात देती है कदमों को दास्तानों कि पुकार एहसास देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है आवाजों को सपनों कि सुबह पहचान देती है कदमों को बदलावों कि आस देती है।
आशाओं के दर्पन मे कोशिश कि परख दिखाती है आशाओं को कदमों कि आहट सौगात दिलाती है नजारों को अफसानों कि सोच राह देती है दिशाओं को अंदाजों कि लहर अरमान देती है आवाजों को जज्बातों कि सोच समझ देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है परख को अफसानों कि सोच सहारे देती है दास्तानों को बदलावों कि आस देती है।
आशाओं के दर्पन मे उजाले कि सौगात दिखाती है अदाओं को किनारों कि समझ एहसास जगाती है कदमों को अरमानों कि कोशिश परख देती है किनारों को आशाओं कि मेहफिल सपने देती है तरानों को खयालों कि सुबह उजाले देती है सपनों को मुस्कान कि दुनिया समझ देती है दिशाओं को बदलावों कि आस उम्मीदे देती है दिशाओं को बदलावों कि आस देती है।
आशाओं के दर्पन मे उम्मीद कि सोच दिखाती है खयालों को लहरों कि उमंग अफसाने देकर चलती है जज्बातों को लहरों कि उमंग तराने देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ सपने देती है आवाजों को उजालों कि रोशनी परख देती है दिशाओं को अरमानों कि कोशिश परख देती है राहों को लहरों कि उमंग इशारे देती है आशाओं को बदलावों कि आस देती है।
आशाओं के दर्पन मे रोशनी कि समझ दिखाती है आवाजों को अरमानों कि सोच सपने दिलाती है किनारों को अफसानों कि सोच सहारे देती है उम्मीदों को जज्बातों कि तलाश एहसास देती है अंदाजों को नजारों कि समझ अफसाने देती है तरानों को आवाजों कि धून पुकार देती है सपनों को मुस्कान कि उम्मीद तराने देती है राहों को बदलावों कि आस देती है।
आशाओं के दर्पन मे उमंग कि कोशिश दिखाती है जज्बातों को लहरों कि उमंग उम्मीदे जगाती है कदमों को खयालों कि सुबह तराने देती है अल्फाजों को अफसानों कि सोच एहसास देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सुबह उजाले देती है रोशनी को एहसासों कि परख आवाज देती है लहरों को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है अंदाजों को बदलावों कि आस देती है।
आशाओं के दर्पन मे उम्मीद कि सोच दिखाती है आशाओं को कदमों कि सौगात इशारे देकर चलती है किनारों को लहरों कि उमंग समझ देती है दिशाओं को अल्फाजों कि सुबह सरगम देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश एहसास देती है किनारों को लहरों कि उमंग इशारे देती है एहसासों को कदमों कि आहट सौगात देती है अरमानों को बदलावों कि आस देती है।
आशाओं के दर्पन मे कोशिश कि पहचान दिखाती है अदाओं को किनारों कि समझ आवाज जगाती है कोशिश को लम्हों कि पहचान तराने देती है आशाओं को दास्तानों कि सौगात अरमान देती है तरानों को दिशाओं कि समझ इशारे देती है अरमानों को सपनों कि सुबह उजाले देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग नजारे देती है आशाओं को बदलावों कि आस देती है।

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